कोलकाता। तृणमूल सुप्रीमों ममता बनर्जी ने कूचबिहार के शीतलकुची में प्रवेश पर रोक संबंधी चुनाव आयोग के निर्देश पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि उन्हें कोई भी पीडितों के साथ दर्द साझा करने से नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा है कि तीन दिनों की निषेधाज्ञा समाप्त होते ही वह शीतलकुची जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगी।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में शनिवार को हुए चौंथे चरण के मतदान के दौरान कूचबिहार के शीतलकुची में केंद्रीय बलों की फायरिंग में चार लोगों की मौत के बाद चुनाव आयोग ने जो नई निर्देशिका जारी की है उसमें 72 घंटे तक कूचबिहार में राजनेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। आयोग की ओर से जारी निर्देशिका के मुताबिक जिले की भौगोलिक सीमा में कोई भी प्रवेश नहीं कर सकेगा। जिला प्रशासन और राज्य पुलिस महानिदेशक को इस निर्देशिका को तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया गया है।
EC should rename MCC as Modi Code of Conduct!
BJP can use all its might but NOTHING in this world can stop me from being with my people & sharing their pain.
They can restrict me from visiting my brothers & sisters in Cooch Behar for 3 days but I WILL be there on the 4th day!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) April 11, 2021
इस बारे में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार सुबह ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने लिखा है कि ईसी (चुनाव आयोग) को मोदी आचार संहिता (MCC) के रूप में नाम बदलना चाहिए! भाजपा अपनी ताकत का इस्तेमाल कर सकती है, लेकिन इस दुनिया में कोई भी मुझे अपने लोगों के साथ होने और अपना दर्द साझा करने से नहीं रोक सकता। वे मुझे कूचबिहार में तीन दिनों के लिए अपने भाइयों और बहनों से मिलने से रोक सकते हैं, लेकिन मैं चौथे दिन वहां पहुंचूंगी!
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि वह रविवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगी। इसके लिए शनिवार शाम को ही वह सिलीगुड़ी पहुंच गई थीं और वहां से मीडिया बात करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने सख्ती बरती है।