कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बीजेपी हर दिन हथियारों के साथ रैली कर रही है। उसके कार्यकर्ता सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए साथी कार्यकर्ताओं पर हमला कर रहे हैं।
#WATCH They (BJP) has no other work. At times Home Minister is here, other times its Chaddha, Nadda, Fadda, Bhaddha is here. When they've no audience, they call their workers for doing Nautanki: West Bengal CM Mamata Banerjee addressing a public rally in Kolkata pic.twitter.com/uXrIyhdrj2
— ANI (@ANI) December 10, 2020
नड्डा पर हुए हमले पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कोलकाता में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उनके (बीजेपी) पास कोई और काम नहीं है। कई बार गृह मंत्री यहां होते हैं, जब वह नहीं होते तो कोई चड्ढा, नड्डा, फड्डा यहां होते हैं। जब उनके पास रैलियों में लोग नहीं होते है, तो वह अपने कार्यकर्ताओं को नौटंकी करने के लिए कहते हैं।
They ask us to give them an account of the funds. First I would like to ask them to provide an account of PM CARES Fund. One day you wake up to find yourself in dire situation like demonetisation, lockdown and these actions are taken without any prior discussions: West Bengal CM pic.twitter.com/i9LiAMJKYL
— ANI (@ANI) December 10, 2020
बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि आपके साथ सुरक्षाकर्मी होते हैं। कोई आप पर हमला कैसे कर सकता है? आप राज्य की सुरक्षा की जगह केंद्रीय बल की सुरक्षा पर विश्वास करते हैं। हमले की योजना बनाई गई हो सकती है, मैंने पुलिस से जांच करने को कहा है, लेकिन मैं हर समय झूठ नहीं बोलूंगी। उन्होंने कहा कि बंगाल के दौरे के दौरान बीजेपी नेताओं के काफिले में सीआरपीएफ, बीएसएफ और सीआईएसएफ के जवान मौजूद होते हैं।
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उन्होंने कहा कि यहां चुनाव के दौरान राज्य के बाहर ‘गुंडों’ को यहां आने से रोकें। बनर्जी ने कहा कि वे (बीजेपी कार्यकर्ता) हर दिन हथियारों के साथ बाहर आ रहे हैं। वे खुद को थप्पड़ मार रहे हैं और इसे तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं। बस स्थिति के बारे में सोचें। वे बीएसएफ, सीआरपीएफ, सेना और सीआईएसएफ के जवानों के साथ घूम रहे हैं। वे इतने डरे हुए क्यों हैं?
उनका बयान 7 दिसंबर को सिलीगुड़ी में एक विरोध रैली के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के कुछ दिनों बाद आया। पुलिस ने दावा किया है कि रैली में हथियारबंद लोगों को लाया गया था और उस व्यक्ति को एक बन्दूक से फायरिंग में मार दिया गया था जो पुलिस द्वारा प्रयोग नहीं किया जाता है। हालांकि, भगवा पार्टी ने कहा कि पुलिस उसके कार्यकर्ता की हत्या के पीछे थी।