केंद्र सरकार के क्लस्टर विकास कार्यक्रम के तहत मलिहाबाद, उन्नाव और रायबरेली समेत लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में आम की पट्टी को आम के क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार ने बताया कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बागवानी एकीकृत विकास मिशन के तहत कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “कार्यक्रम से राज्य में आम की खेती की क्षमता को विकसित करने और किसानों की कमाई क्षमता में सुधार करने में काफी मदद मिलेगी। हम इसके तहत 20,000 हेक्टेयर से अधिक आम के बागों को कवर करेंगे।”
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किसानों के कल्याण और सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, यह आम उत्पादन को एक वाणिज्यिक कोण प्रदान करेगा, आवश्यक पूर्व-उत्पादन, उत्पादन और कटाई के बाद के बुनियादी ढांचे का निर्माण करेगा, अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में सुधार करेगा, आयात पर निर्भरता कम करेगा और निर्यात बढ़ाएगा।
कार्यक्रम के तहत, सरकार नर्सरी के विकास, आम की उन्नत किस्म को अपनाने, एकीकृत कीट प्रबंधन, बाग प्रबंधन, रसायनों के विवेकपूर्ण उपयोग, फसल का उचित भंडारण, ग्रेडिंग, प्रसंस्करण और पैकेजिंग, और उपयोग करके अच्छी गुणवत्ता वाली रोपण सामग्री और दक्षता बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी सुनिश्चित करेगा।
इसमें किसानों को प्रशिक्षित करने के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी शामिल होंगे।