नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई। शुक्रवार शाम को वह जेल से बाहर आ गए। आज सिसोदिया ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने उन्हें झूठे केस में फंसाया है। संविधान की ताकत से मैं यहां खड़ा हूं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे।
इन आंसुओं ने ही मुझे ताकत दी है
इससे पहले सिसोदिया (Manish Sisodia) ने सुबह कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर पहुंचे थे। जिसके बाद आप नेता ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। कार्यकर्ताओं के संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘इन आंसुओं ने ही मुझे ताकत दी है। मुझे उम्मीद थी कि 7-8 महीने में न्याय मिल जाएगा लेकिन कोई बात नहीं 17 महीने लग गए। 17 महीने लग गए लेकिन जीत ईमानदारी और सच्चाई की हुई है। भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं है। उन्होंने (भाजपा) बहुत कोशिशें की। उन्होंने सोचा अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को जेल में डालेंगे तो हम सड़ जाएंगे।’
सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का नाम आज पूरे देश में ईमानदारी का प्रतीक बन गया है। भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद एक राज्य में एक उदाहरण नहीं दे पाई। इसी छवि को बिगाड़ने के लिए ये सारे षडयंत्र रचे जा रहे हैं। जनता के दिलों के दरवाजे खुले हुए हैं। आप जेल के दरवाजे बंद कर सकते हैं लेकिन जनता के दिलों के दरवाजे बंद नहीं कर सकते हैं।
मेरे लिए अभिषेक मनु सिंघवी भगवान स्वरूप
मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने कहा, ‘बाबा साहेब अंबेडकर के दिए हुए संविधान की बदौलत हम पर कल भगवान की कृपा हुई। बाबा साहेब ने 75 साल पहले ही ये अंदाजा लगा लिया था कि कभी-कभी इस देश में ऐसा होगा कि तानाशाही बढ़ जाएगी। तानाशाह सरकार जब एजेंसियों, कानूनों और जेलों का दुरुपयोग करेगी तो हमें कौन बचाएगा? बाबा साहेब ने लिखा था संविधान बचाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने संविधान का इस्तेमाल करते हुए कल तानाशाही को कुचला। मैं उन वकीलों का भी शुक्रगुजार हूं जो यह लड़ाई लड़ रहे थे। वो वकील एक कोर्ट से दूसरे कोर्ट धक्के खा रहे हैं। मेरे लिए अभिषेक मनु सिंघवी भगवान स्वरूप हैं।’
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उन्होंने कहा कि हमारे देश की बेटी विनेश ने दुनियाभर में हमारा मान बढ़ाया। वह जंतर-मंतर पर खड़े होकर कहती है कि BJP के सांसद ने हमें छेड़ा है तो केंद्र सरकार उस सांसद को गिरफ़्तार तक नहीं करती। इसके उलट सोशल मीडिया पर उस बेटी को ट्रोल किया जाता है। यह तानाशाही नहीं है तो और क्या है? आज उस बेटी के साथ जो हुआ है, वह बहुत ग़लत हुआ है और सबको पता है कि यह किसने किया है।