कानपुर। कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता के परिवार से सीएम योगी ने मुलाकात की है। सीएम ने कहा है कि, मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को विकास प्राधिकरण में ओएसडी की नौकरी दी जायेगी। राहत राशि भी 10 लाख से बढ़ाने के लिये जिला प्रशासन से प्रस्ताव देने को कहा है। कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में कथित तौर पर पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। इस मुद्दे पर यूपी की सियासत गर्म है।
सीएम योगी ने जताया दुख
इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि 2 दिन पहले गोरखपुर में एक दुखद घटना घटी थी। मैंने उसी दिन गोरखपुर पुलिस को कहा था कि तत्काल मुकदमा दर्ज़ होना चाहिए और दोषी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा। अपराधी, अपराधी होता है। मैंने ज़िला प्रशासन को कहा था कि, मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहूंगा।
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उन्होंने कहा कि क्योंकि दुखद घटना घटी है उसकी पीड़ा के साथ जुड़ना हमारा दायित्व है। दोषी बख्शा नहीं जाएगा, सबकी जवाबदेही भी तय करेंगे। अपराध और अपराधियों को बर्दाश्त न करने की सरकार की नीति किसी से छुपी नहीं है. सरकार ने जो कहा वो करके दिखाया है. कानपुर तो इसका जीता जागता उदाहरण है।
पुलिसवालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी-सीएम
सीएम योगी ने कहा कि, राज्य में अपराध में लिप्त पुलिसवालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्हें बर्खास्त किया जाएगा। गोरखपुर पुलिस पर आरोप है कि उनकी पिटाई से 36 साल के मनीष कुमार गुप्ता की मौत हो गई थी। सीएम ने निर्देश दिया है कि, यूपी के एजीडी लॉ एंड ऑर्डर और डीजी इंटेल दो कमेटी बनाकर पूरे प्रदेश में पुलिसवालों के चरित्र का रिव्यू करें। साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों को जबरन रिटायर किया जाए और उन्हें नौकरी से भी बर्खास्त किया जाए।