पटना। महागठबंधन (Grand Alliance) से अलग हो चुके हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के अध्यक्ष जीतन राम मांझी कहां जाएंगे, इसकी घोषणा वे 30 अगस्त तक कर देंगे। मांझी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
हालांकि, महागठबंधन में वापसी की संभावना को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के काम को अच्छा बताते हुए कहा कि उनसे बात हुई है।
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उन्होंने कहा कि नए रिश्तों को लेकर उनकी बात कई जगह चल रही है। मायावती, असदुद्दीन ओवैसी, बामसेफ, तीसरे मोर्चे के नेताओं के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस और यहां तक कि कांग्रेस के भी कुछ नेता उनके संपर्क में हैं। नीतीश कुमार के सवाल पर मांझी ने कहा वे बेहतर काम कर रहे हैं।
मांझी भले ही अपने पत्ते को 30 अगस्त तक खालने की बात करें, लेकिन आगे की उनकी योजना का स्पपष्ट संकेत मिल रहा है। चर्चा है कि जेडीयू से उनकी बात करीब-करीब तय हो चुकी है। सूत्र बताते हैं कि वे अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय कर सकते हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि जेडीयू के अलावा मांझी के संपर्क में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, जन अधिकार पार्टी के संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव और तीसरा मोर्चा के नेता नरेंद्र सिंह भी हैं। ओवैसी मांझी से गठजोड़ कर सीमांचल में पकड़ मजबूत बनाना चाहते हैं।