लखनऊ। पाकिस्तानी हैंडलरों को हवाला के माध्यम से रुपये पहुंचाने के मामले में फरार मानवेन्द्र सिंह यादव (Manvendra) को यूपी एटीएस ने गोरखपुर से गिरफ्तार (Arrested) किया है। उस पर 25 हजार रुपए का इनामी था।
यूपी एटीएस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग पाकिस्तानी हैण्डलर के कहने पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न बैंकों में खाता खुलवाकर उनमें धोखा-धड़ी करके जनता के व्यक्तियों से पैसा मंगवाते है तथा उस पैसे को निकाल कर हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी हैण्डलर को पहुँचाते है। सूचना पर 24 मार्च 2018 को अभियुक्त अरशद नईम व नसीम अहमद, मुकेश प्रसाद, मुशर्रफ अंसारी उर्फ निखिल राय उर्फ डब्लू, सुशील राय उर्फ अंकुर राय व दया नंद यादव को गिरफ्तार किया गया था तथा अभियुक्त अर्शद नईम व नसीम के कब्जे से करीब 46 लाख रुपये बरामद हुए थे तथा अन्य सह अभियुक्तों के कब्जे से भारी मात्रा में विभिन्न बैंकों के पासबुक, चेकबुक व एटीएम कार्ड बरामद हुए थे। फर्द बरामदगी व गिरफ्तारी के आधार पर 25 मार्च 18 को थाना-एटीएस लखनऊ में केस दर्ज किया गया था।
एटीएस एडीजी ने बताया कि इस केस की विवेचना के मध्य अभियुक्त दिनेश कुमार सिंह उर्फ अजय कुमार सिहं उर्फ ए.के.सिंह निवासी गोरखपुर का नाम प्रकाश में आया। अभियुक्त दिनेश कुमार सिंह उर्फ अजय कुमार सिंह , मुशर्रफ के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विभिन्न बैंकों में अपनी फोटो लगाकर विभिन्न नाम से बैंक खाता खुलवाता था तथा उन खातों को मुशर्रफ अंसारी को दे देता था, जिसमें जमा किये पैसे को निकालकर हवाला के माध्यम से पैसे भेजते थे।
इस गिरोह के द्वारा 150 से अधिक बैंक खातों को फर्जी दस्तावेजो के आधार पर खोला गया, जिनमें लाखों रुपए का लेन-देन हुआ। पैसा निकाल कर गिरोह के अन्य सदस्यों के माध्यम से दिल्ली से भेजते थे जहाँ से हवाला के माध्यम से पैसे बाहर भेजते थे। अभियुक्त दिनेश कुमार सिंह पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था, जिसे 2 अगस्त 21 को यूपी एटीएस की टीम द्वारा जनपद गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया था।
इसी अभियोग की विवेचना में प्राप्त तथ्यों, संकलित साक्ष्यों व अभियुक्तों के बयान से एक अन्य शातिर अभियुक्त मानवेन्द्र सिंह उर्फ मानवेन्द्र सिंह यादव उर्फ मनीष यादव का नाम प्रकाश में आया। पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त मुशर्रफ अंसारी उर्फ निखिल राय से प्राप्त पास बुक, एटीएम आदि में मनीष यादव का नाम आया जिसकी जांच व सत्यापन में यह तथ्य सामने आए कि अभियुक्त मानवेन्द्र उर्फ मनीष अपनी फोटो लगाकर विभिन्न बैंकों में फर्जी नाम से खाते खुलवाता था और उनके एटीएम कार्ड मुशर्रफ अंसारी उर्फ निखिल राय रख लेता था। इन खातों में विभिन्न स्रोतों से पैसा आता था जिसे मुशर्रफ अपने पास रखे एटीएम से निकाल लेता था और खाता धारक को बदले में कुछ धनराशि दे देता था। इस धनराशि को मुशर्रफ अपना हिस्सा लेने के बाद हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी हैंडलर तक पहुँचा देता था। मनीष उर्फ मानवेन्द्र इस गैंग का प्रमुख सदस्य है व इस पर अपर पुलिस महानिदेशक-यूपी एटीएस द्वारा 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित गया था। सोमवार को यूपी एटीएस की टीम ने अभियुक्त मानवेन्द्र सिंह उर्फ मनीष यादव को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया।