नई दिल्ली। सोमवार को दोपहर 1 बजकर 4 मिनट से शाम 5 बजकर 22 मिनट तक साल 2020 का अंतिम चंद्र ग्रहण पड़ा। यह चंद्र ग्रहण 4 घंटे 18 मिनट और 11 सेकंड तक रहा, लेकिन यह दुनिया के कुछ ही देशो में देखा गया। भारत समेत दुनिया के कई देश इस घटना का साक्षी नहीं बन पाया। अमेरिका के साथ प्रशांत महासागर, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के करोड़ों लोगों ने इस खगोलिय घटना को अपनी आंखों से देखा। यूरोप के कई देशों में भी चंद्र ग्रहण की यह खगोलीय घटना देखी गई। दावा किया जा रहा है कि यह 21वीं सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण रहा, यह 4 घंटे 18 मिनट और 11 सेकंड तक रहा। इससे पहले सदी के सबसे लंबा चंद्रग्रहण 28 जुलाई, 2018 को देश और दुनियाभर में देखा गया था। अपने विभिन्न चरणों के दौरान इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 55 मिनट रही थी।वहीं, खगोलशास्त्रियों का कहना है कि ऐसे चंद्रग्रहण को देखने के लिए किसी उपकरण की जरूरत नहीं होती है।
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यह दुनिया के अधिकांश हिस्सों में इसे बिना टेलीस्कोप से देखा गया। वहीं, मौसम खराब होने की वजह से कई देशों के आसमान पर बादलों की वजह से लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना को नहीं देख सके। वैज्ञानिकों का मानना है कि अब अगला बड़ा चंद्र ग्रहण 2 साल बाद 9 जून, 2123 में दिखाई देगा। अमेरिका एजेंसी नासा (National Aeronautics and Space Administration) ने भी साल के अंतिम चंद्र ग्रहण की तस्वीरें पूरी दूनिया से साझा की है। नासा ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें चांद घूमता नजर आ रहा है। इस वीडियो को अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। हॉलीवुड एक्ट्रेस विक्टोरिया टेलर ने भी अपने ट्वीटर हैंडल से चंद्र ग्रहण की तस्वीरे साझा की हैं। यह तस्वीर अमेरिका के लॉस एंजिल्स राज्य की है। अमेरिका, युरोप और अन्य देशों की प्रमुख हस्तियों के साथ आम लोगों ने भी ट्वीटर और फेसबुक पर चंद्र ग्रहण की फोटो वायरल कीं।