इस्लामाबाद। पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की रिहाई हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए इमरान को तुरंत रिहा करने के निर्देश दिए। साथ ही हाईकोर्ट को मामले की शुक्रवार को फिर से सुनवाई करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने इमरान खान को घर भेजने की अर्जी खारिज कर दी और उन्हें पुलिस लाइन में रुकने को कहा है। एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में इमरान की अर्जी पर सुनवाई चल रही थी तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की सूचना प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब (Maryam Aurangzeb) ने एक प्रेस कांफ्रेंस में सुप्रीम कोर्ट के जजों को धमदी दे रही थी।
दरअसल, गुरुवार शाम को मरियम औरंगजेब (Maryam Aurangzeb) ने प्रेस कांफ्रेंस की। इसमें उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जल रहा है। कल को अगर जजों के घरों में घुसकर कोई शख्स आग लगाएगा तो। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि आप करें फैसला, किसी का घर नहीं बचेगा। सियासतदानों के घर, राणा सनाउल्लाह (गृह मंत्री) का घर जला दिया गया, क्यों नहीं नोटिस किया आपने। क्या वो यहां के लोग नहीं हैं। एंबुलेंस जली, मस्जिद जली, स्कूल जले, वो इस देश के नहीं हैं। वो रेडियो पाकिस्तान आपका नहीं है।
उन्होंने कहा कि तो क्या आपकी तस्वीर पर जूतियां बरसाने वाला, इस मुल्क को जलाने वाला, सियासत पर दहशतगर्द और किस बात पर भ्रष्टाचार के केस में? इस केस में 60 अरब रुपये का जवाब देना है। जो पैसा सुप्रीम कोर्ट के अकाउंट में आया है। जिसका ट्रस्ट बनाकर इमरान खान ट्रस्टी बने। उसके अंदर इस मुल्क के खजाने का 60 अरब रुपये आया है। अगर आप दहशतगर्दों को पनागाह बनाएंगे तो वो मुजरिम अदालतों के हाथों से ही गिरफ्तार होंगे। जब जवान कोर्ट का वारंट लेकर पुलिस कई थी तो पुलिसवालों के सिर फाड़े थे तो क्यों नहीं सजा दी। आपने इस लाड़ले (इमरान) को क्यों नहीं सजा दी। अगर आपने सजा दी होती तो आज मेरा मुल्क जल नहीं रहा होता।
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मरियम औरंगजेब ने कहा कि आप भारतीय मीडिया देखिया, बदतरीन (बदतर) दुश्मन 75 सालों में वो नहीं कर सका जो इमरान खान ने किया और आज अदालत उसको राहत देगी। फिर ये मुल्क कहां जाएगा, इस मुल्क को कौन बचाएगा।
मरियम नवाज (Maryam Aurangzeb) ने CJP पर साधा निशाना
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने इमरान की रिहाई को लेकर चीफ जस्टिस पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “चीफ जस्टिस आज देश के खजाने के 60 अरब रुपये के गबन के अपराधी को रिहा करके बहुत खुश थे। देश की सबसे महत्वपूर्ण और संवेदनशील संस्थानों पर हमलों के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार चीफ जस्टिस हैं, जो एक अपराधी की ढाल बनकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं। आपको मुख्य न्यायाधीश का पद छोड़कर अपनी सास की तरह तहरीक-ए-इंसाफ में शामिल होना चाहिए।”