हिंदू धर्म में भगवान कृष्ण की पूजा का शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर माह मासिक जन्माष्टमी (Masik Janmashtami ) भी मनाई जाती है और इस दिन भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए भक्त उपवास रखने के साथ-साथ मंत्र पाठ व पूजा-पाठ भी करते हैं। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, 5 दिसंबर को मासिक जन्माष्टमी (Masik Janmashtami ) पर्व मनाया जाएगा और ऐसे लोगों के लिए यह व्रत ज्यादा महत्वपूर्ण होता है, जिन लोगों के वैवाहिक जीवन में परेशानियां होती है। मासिक जन्माष्टमी (Masik Janmashtami ) पूजा पर इन मंत्रों का जाप करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
भगवान कृष्ण के मंत्र
ऊँ कृष्णाय नम:
ऊँ नमो भगवते श्रीगोविन्दाय नम:
हरे कृष्ण हरे कृष्ण । कृष्ण कृष्ण हरे हरे ।
हरे राम हरे राम । राम राम हरे हरे ॥
कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने।
प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:
भगवान कृष्ण की पूजा में इन बातों का रखें ध्यान
मासिक जन्माष्टमी (Masik Janmashtami ) पर सुबह नित्य कर्म के बाद उपवास के साथ व्रत का संकल्प लेना चाहिए और मंत्रों का जाप करना चाहिए। मंत्र पाठ के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि अपना मुख उत्तर दिशा की ओर रखें।
पूजा के दौरान भक्तों को पीले रंग के कपड़े पहना चाहिए। साथ ही शुद्ध घी का दीया जलाएं। कृष्ण की मूर्ति का फूलों से शृंगार करें। ऊप दिए गए मंत्रों को 1 माला यानी 108 बार जाप करें। भगवान कृष्ण की विशेष कृपा पाने के लिए लगातार 10 दिनों तक मंत्रों का जाप करें।