हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव के भक्त पूरे श्रद्धा भाव से भोलनाथ और माता पार्वती की पूजा करते हैं साथ ही व्रत भी करते हैं। मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजन करने से व्यक्ति की विवाह से जुड़ी समस्याएं दूर होती है सथा ही मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। इसके अलावा भोलेनाथ की कृपा से जीवन की विभिन्न परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है।
दिसंबर मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) तिथि
मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) का व्रत हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 29 दिसंबर सुबह 3 बजकर 3 मिनट पर होगी। वहीं तिथि का समापन 30 दिसंबर 2024 को सुबह 4 बजकर 1 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 दिसंबर को रखा जाएगा।
मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) शुभ मुहूर्त
मासिक शिवरात्रि का व्रत जहां 29 दिसंबर को रखा जाएगा। वहीं इस दिन भोलेनाथ की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत 29 दिसंबर की रात 09 बजकर 41 मिनट से लेकर रात 11 बजकर 22 मिनट तक है। इस दौरान भगवान शिव की पूजा करना बहुत ही शुभ होगा।
मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) पूजा विधि
– मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान करके साफ वस्त्र धारण कर लें।
– उसके बाद भगवान शिव का ध्यान कर व्रत का संकल्प लें।
– फिर मंदिर की सफाई करें और गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
– फिर शिवलिंग, भगवान शिव और मां पार्वती की मूर्ति या तस्वीर मंदिर में स्थापित करें।
– शिवलिंग पर गंगाजल बेलपत्र, पुष्प, धूप-दीप और भोग चढ़ाएं।
– भोलेनाथ के सामने घी या तेल का दीपक जलाएं और शिव चालीसा का पाठ करें।
– इसके बाद शिवजी की आरती करें और मंत्रों का जप करें।
मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri) महत्व
धार्मिक मान्यता के अनुसार, मासिक शिवरात्रि का व्रत करन से भगवान शिव उनसे प्रसन्न होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। इसके अलावा मासिक शिवरात्रि का व्रत करने से विवाह में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं और आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है।