मुरादाबाद। बुधवार को थाना मझोला पुलिस और सर्विलांस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड (master mind) को दबोच (arrested) लिया। आरोपी स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर फर्जी कम्पनी खोलकर लोगों को निवेश और मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देता था।
पूछताछ में उसने प्रदेश के कई जिलों के दो दर्जन से अधिक लोगों को शिकार बनाए जाने की बात स्वीकार की। आरोपी ने मुरादाबाद के एक चिकित्सक से 47 लाख रुपए की ठगी की थी। चिकित्सक की शिकायत पर ही उसे पुलिस ने उसे जौनपुर से गिरफ्तार किया। गिरोह में आरोपी के अलावा अरोपी की पत्नी और एक अन्य दम्पति भी ठगी में बराबर के साझीदार हैं। पुलिस तीनों आरोपियों की तलाश कर रही हैं। आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
बुधवार शाम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार ने पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में इस ठगी के गैंग का खुलासा करते हुए बताया कि बीती 18 फरवरी को आजाद नगर एमडीए कालोनी निवासी प्रोफेसर डाॅ. जैनुल आबिदीन ने मझोला थाने में अपने साथ हुई 47 लाख रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना के खुलासे के लिए उन्होंने मझोला पुलिस के साथ ही सर्विलांस टीम को भी लगाया था। पुलिस और एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए धोखाधड़ी के आरोपी अनुराग चतुर्वेदी को जौनपुर से गिरफ्तार कर लिया।
वह कानपुर के चकेरी थाना के तुलसी नगर पीएसी लाइन 37 वीं बटालियन के पास का रहने वाला है। अनुराग चतुर्वेदी ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि उसने फर्जी दस्तावेज तैयार करके जनपद बरेली, गोरखपुर, गोंडा, संत कबीरनगर, बदायूं, मुरादाबाद के लोगों से धोखाधड़ी करके करोड़ों रुपए की रकम हड़प ली है। इसमें उसकी पत्नी इंदू कमल भी पूरा सहयोग करती है। इसके अलावा बरेली निवासी धर्मेंद्र और उसकी पत्नी मंजू कुमारी भी उसके सहयोगी हैं। शातिर ठगों की यह चौकड़ी अब तब सैकड़ों लोगों को करोड़ों रुपयों का चूना लगा चुकी है।
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि अनुराग और उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही उसे पांच दिन के रिमांड पर लेकर विस्तार से पूछताछ की जाएगी। अवैध तरीके से अर्जित की गई उसकी चल व अचल सम्पत्ति को भी कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।