अयोध्या। राम-सीता (Ram-Sita) दोनों नाम एक दूसरे के बिना अधूरे हैं। भक्त भी अपनी भक्ति को सफल बनाने के लिए सीता-राम का नाम जप करते हैं। भक्ति और राम नाम से सराबोर उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भगवान राम की दिव्य मूर्ति की स्थापना हुई। अब अयोध्या की दिव्यता को और बढ़ाने के लिए माता सीता (Mata Sita) की प्रतिमा की स्थापना की तैयारी की जानी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के आग्रह को रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने स्वीकार कर लिया है और मंदिर के लिए विशेष स्थान को चिन्हित करने पर काम करेंगे।
ट्रस्टीज और योगी आदित्यनाथ के बीच हुई एक बैठक में इस बात पर विचार किया गया। मुख्यमंत्री ने मंदिर ट्रस्ट को इस बात के लिए आग्रह भेजा था। राम मंदिर ट्रस्ट के सचिव ने इस सुझाव को जरूरी माना और इसपर जल्द काम करने का आश्वासन भी दिया। बैठक के दौरान मंदिर की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई, जिससे राम मंदिर परिसर की भव्यता को और सुंदर बनाया जा सके।
अयोध्या को चाहिए माता (Mata Sita)का आशीर्वाद
मुख्यंत्री योगी आदित्यनाथ ने चर्चा में कहा कि रामलला की प्रतिमा के स्थापना के बाद जब भी संत जनों से मुलाकात होती थी, तो उन्हें राम मंदिर में माता सीता (Mata Sita) की प्रतिमा के स्थापना करने का सुझाव दिया जाता था।
जन्माष्टमी से पहले घर ला रहे हैं कान्हा, तो पहले जान लें ये नियम
संतों ने यह भी कहा है कि अयोध्या की दिव्यता और भव्यता को निखारने के लिए माता सीता का आशीर्वाद मिलना अत्यंत आवश्यक है। अयोध्या में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री 7 अगस्त को पहली बार अयोध्या गए थे।
अन्नपूर्णा मंदिर की आधारशिला रखी
माता सीता की रसोई के निर्माण को लेकर पहले से ही फैसला लिया जा चुका है। इस काम के लिए विशेष स्थान को भी तय कर लिया गया है। माता सीता (Mata Sita) की रसोई के लिए अन्नपूर्णा मंदिर के निर्माण की आधारशिला रखी जा चुकी है।