खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि पारंपरिक मिट्टी कारीगरों के लिए माटी कला बोर्ड का गठन मील का पत्थर साबित हुआ है। प्रधानमंत्री के संकल्प वोकल फॉर लोकल विजन को उत्तर प्रदेश सरकार ने दीपावली पर साकार कर दिखाया।
सिंह ने शुक्रवार को मीडिया को जारी बयान में कहा कि इस वर्ष दीपावली पर लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों का आयात चीन से नगण्य रहा। माटी कला बोर्ड के माध्यम से इस दीपावली पर 237.67 लाख रुपये मूल्य की गौरी-गणेश की मूर्तियों सहित मिट्टी के उत्पादों की बिक्री हुई।
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कल्पना को मूर्त रूप देने के लिए पिछले एक वर्ष से माटी कला शिल्पकार एवं कारीगरों के छोटे व्यवसाय के उत्थान के लिए इस योजना को गति दी गई है। खादी ग्रामोद्योग मंत्री ने कहा कि दीपावली पर्व पर गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों, दीये एवं अन्य वस्तुओं की बिक्री में मुरादाबाद मंडल सबसे आगे रहा है।
मंत्री ने दावा किया कि माटी कला समन्वित विकास कार्यक्रम के तहत माटी व्यवसाय से जुड़े 24,000 परिवारों को मिट्टी निकालने के लिए राजस्व पट्टे आवंटित किए गए हैं।