Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

शिव मंदिर में मौलवी में पढ़ा रहे थे निकाह, हिंदू संगठन ने काटा हंगामा

Shiv Temple

Shiv Temple

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद स्थित एक शिव मंदिर परिसर (Shiv Temple) में उस समय हड़कंप मच गया जब यहां मुस्लिम जोड़ा निकाह करता पकड़ा गया। इस घटना के बाद से ऐसा बवाल मचा कि हिंदू संगठनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उन्होंने मामले में जांच की मांग की है। मामला मोदीनगर के गोविंदपुरी इलाके का है। यहां शिव शक्ति धाम मंदिर (Shiv Temple) के परिसर में बनी धर्मशाला में निकाह करवाया जा रहा था। यही नहीं, इस निकाह के लिए मंदिर की कमेटी ने 4200 रुपये की रसीद भी काटी, जो शबनम नाम की महिला के नाम पर है।

जैसे ही इस बात का पता चला हिंदू संगठनों (Hindu Sangathan) के लोग मंदिर पहुंचे। वहां देखा कि मौलवी साहब निकाह पढ़ रहे थे। दूल्हा-दुल्हन समेत कई लोग वहां मौजूद थे। तभी हिंदू संगठनों ने उधर जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया। हंगामा देख मंदिर में मौजूद अन्य श्रद्धालु भी वहां से चले गए। वहीं निकाह के लिए मंदिर पहुंचा जोड़ा कहां गया, किसी को पता न चला।

हिंदू युवा वाहिनी के नीरज शर्मा नाम के व्यक्ति ने इसकी शिकायत पुलिस से करने की बात कही है। इस शादी समारोह के कुछ फोटो और वीडियो भी सामने आए हैं। इनमें नजर आ रहा है कि मंदिर में बने कमरों के सामने के ग्राउंड में मुस्लिम समाज के लोग बैठे हुए हैं, जहां पर निकाह संपन्न होने के बाद शादी के समान को एक गाड़ी में लोड किया जा रहा है।

मार्केट में दस्तक देने आ रहा है iQOO 13, फीचर्स और लुक देख उड़ जाएंगे होश

इस मामले पर एसीपी ज्ञान प्रकाश राय ने जानकारी देते हुए बताया हिंदू युवा वाहिनी के नीरज शर्मा नाम के शख्स ने मोदीनगर थाना पुलिस को शिकायत दी है। उसने कहा शिव शक्ति धाम मन्दिर (Shiv Temple) में ट्रस्ट द्वारा मनोज सक्सेना नामक व्यक्ति को ठेका दिया गया है। वही वहां पर कार्यक्रम आदि आयोजित करता और करवाता है। आरोप है कि मनोज सक्सेना के द्वारा एक मुस्लिम परिवार को शादी हेतु मन्दिर परिसर के बगल में स्थित कमरे व धर्मशाला आवंटित की गई थी। वहां पर मुस्लिम जोड़े का निकाह करवाया जा रहा था। इससे हिंदू धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।

एसीपी ने कहा- प्राप्त तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। ठेकेदार मनोज सक्सेना को हिरासत मे लेकर अन्य के खिलाफ आवश्यक वैधानिक कार्रवाही की जा रही है।

Exit mobile version