जम्मू। आतंकी घटनाओं के चलते अबतक 11 प्रवासी श्रमिकों की मौत और एक के घायल होने के बाद भारी संख्या में गैर-स्थानीय कश्मीर से भाग रहे हैं। दहशत से गैर-स्थानीय मजदूर श्रीनगर से जाने वाली बसों और जम्मू जाने के लिए ट्रेन पकड़ने की कतार में खड़े हैं।
बता दें कि, बीते कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में मजदूरों को जान से मारने को लेकर बढ़ रही आतंकी घटनाओं से गैर-स्थानीय श्रमिकों में डर का माहौल बना हुआ है। घाटी में दोबारा से हमलों की आशंका के चलते मज़दूर कश्मीर से पलायन को मजबूर हैं। पिछले दो दिनों में राजधानी श्रीनगर सहित कई स्थानों पर आतंकवादियों ने 4 प्रवासी श्रमिकों की हत्या कर दी। पुलिस ने कई प्रवासी श्रमिकों को सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया है। एक प्रवासी मज़दूर ने कहा की, यहां हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं। हम सभी डरे हुए हैं, हमारे साथ महिलाएं और बच्चे हैं और इसलिए हम अपने घर वापस जाना चाहते हैं।
पंचतत्व में विलीन हुए संस्कार भारती के राष्ट्रीय महामंत्री अमीरचंद
आतंकवादी द्वारा गैर-कश्मीरियों को मारने की दुखद घटनाएं सामने आ रही हैं। भयावह स्थिति के कारण लोग कश्मीर घाटी छोड़कर जम्मू की ओर बढ़ रहे हैं तथा कश्मीर में प्रवासी के रूप में रहने वाले भारत के कई क्षेत्रों से आए लोग अब ट्रेनों में सवार होकर अपने घर वापस जा रहे हैं, कश्मीर में रहने वाले अधिकतर प्रवासी मज़दूर उत्तर प्रदेश और बिहार से ताल्लुख रखते हैं।
वहीं, आतंकियों द्वारा बड़ी ही निर्भयता से की जा रही हत्याओं के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने घाटी में अपने सभी जिला प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वो सभी प्रवासी मजदूरों को इकट्ठा करके और उन्हें जल्द से जल्द पास के सुरक्षा शिविरों में लेकर जाएं। साथ ही पुलिस महानिरीक्षक ने मामले की गंभीरता से भी अन्य अधिकारियों अवगत कराया।