उत्तर प्रदेश में बरेली की पॉश कॉलोनी में शरारती तत्वों द्वारा कोरोना वैक्सीन को लेकर भ्रामक प्रचार का प्रयास किया गया। एक समुदाय विशेष को कोरोना वैक्सीन के बहिष्कार की अपील की। यह भ्रामक प्रचार पर्चे के माध्यम से किया जा रहा था। पुलिस जानकारी मिलते ही सक्रिय हो गयी और पर्चे को बरामद कर लिया गया। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस अधीक्षक नगर रविंद्र सिंह ने रविवार को बताया कि कोरोना वैक्सीन के कंटेंट को लेकर पर्चे के माध्यम से शहर के राजेंद्र नगर क्षेत्र में भ्रामक प्रचार किया जा रहा है जिसको लेकर क्षेत्र का माहौल खराब करने का प्रयास किया रहा है। यह सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गयी और पर्चा बरामद कर लिया गया।
उसी पर्चे के आधार पर रविवार शाम थाना प्रेमनगर में भादवि की धारा 188,295 और डिजास्टर एक्ट 54 के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है। क्षेत्र के लोगों का वैक्सीन को लेकर मन खराब करने का प्रयास किया गया। माहौल खराब करने वाले लोगों का पता लगाया जा रहा है पुलिस सक्रिय हैं।
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एसपी सिटी ने बताया कि पर्चा जारी होने की सूचना के बाद पूरे शहर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है,ताकि किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी ना हो। संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।
बरेली के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ रंजन गौतम ने वीडिओ जारी करके कहा है कि राजेंद्र नगर क्षेत्र में एक पर्चे के माधयम से यह दुष्प्रचार करना कि कोरोना वैक्सीन कुत्ता और गाय के खून से बनाई गई है। इसका इस्तेमाल न किया जाए जबकि सच यह है कि इस वैक्सीन में किसी प्रकार भी कुत्ते और गाय के खून का इस्तेमाल नहीं हुआ है। यह सब समाज में भ्रांति फैलाने के लिए दुष्प्रचार किया जा रहा है। लोगों को इस दुष्प्रचार के बहकावे में ना आएं।