जौनपुर। उत्तर प्रदेश में विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन (MLC Election) क्षेत्र की 27 सीटों पर मंगलवार को मतगणना हो रही हैं। सूबे की 27 सीटों पर 95 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से ज्यादातर सीटों पर सपा और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला है। कुछ सीटों पर बाहुबली नेताओं की साख दांव पर है।
सभी की निगाहें कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) और माफिया बृजेश सिंह पर भी हैं। माफिया व एमएलसी बृजेश सिंह की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह निर्दलीय वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही है। अन्नपूर्णा सिंह ने बीजेपी प्रत्याशी सुदामा पटेल को करारी मात दी है।
वाराणसी-चंदौली-भदोही क्षेत्र की एमएलसी सीट पर माफिया बृजेश सिंह की पत्नी व निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह ने जीत दर्ज की। पहले चरण के वोटों की गिनती में अन्नपूर्णा सिंह ने 2058 वोट हासिल की है। बीजेपी प्रत्याशी डा सुदामा पटेल को महज 103 वोट मिले हैं जबकि सपा प्रत्याशी अभय यादव को 171 वोट मिले हैं।
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पिछले दो दशक से वाराणसी एमएलसी सीट पर बृजेश सिंह के परिवार का कब्जा है। पिछली बार 2016 के एमएलसी चुनाव में निर्दलीय बृजेश सिंह खुद मैदान में उतरे थे, जिन्हें बीजेपी ने वॉकओवर देते हुए अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। बीजेपी ने इस बार सत्ता में होने के चलते सुदामा पटेल पर दांव लगाया, लेकिन वाराणसी की जेल में बंद बृजेश सिंह ने अपनी पत्नी को निर्दलीय उतारकर बीजेपी को मात दी थी।
वाराणसी विधान परिषद सीट पर दो बार बृजेश सिंह के भाई बीजेपी के टिकट पर जीत चुके हैं तो एक बार उनकी पत्नी अन्नपूर्णा सिंह 2010 में बसपा के टिकट पर एमएलसी रही हैं जबकि एक बार खुद बृजेश सिंह निर्दलीय जीते हैं। इस तरह से पिछले 24 सालों से उन्हीं के परिवार के पास यह सीट है। एक बार फिर से बृजेश सिंह की पत्नी ने जीतकर साबित कर दिया है कि वाराणसी में माफिया बृजेश की सियासी ताकत कम नहीं हुई।