उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने डीएपी की कीमतों मे सब्सिडी देने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हुये गुरूवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह फैसला किसानों के कल्याण के प्रति उनकी कटिबद्धता का परिचायक है।
श्री शाही ने गुरूवार को जारी बयान में कहा कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में खाद की क़ीमतों के लिये हुई बैठक में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर फासफोरिक एसिड अमोनिया आदि की कीमतों के वृद्धि के कारण डीएपी के 50 किलो के बैग की लागत को देखते हुए फैसला लिया गया कि अन्तराष्ट्रीय बाजार में कीमतों के बढ़ने के बाद भी देश में पुराने ही क़ीमतों पर 1200 रूपये के हिसाब से ही किसानों को डीएपी मिलनी चाहिए ।
श्री शाही ने बताया कि डीएपी के प्रति बैग 500 रुपये केन्द्र से मिलने वाले सब्सिडी को अतिरिक्त 700 रू बैग बढ़ाने अर्थात 140 फीसदी करने यानि 1200 रुपये करने निर्णय किया है। जिससे 2400 रूपये प्रति बोरी डीएपी किसानो को 1200 रूपये बोरे के ही दर से (पुराने ही रेट पर ही) मिल सकेगी ।
यूपी सरकार में अबतक 1,35,111 करोड़ का रिकार्ड गन्ना भुगतान : भूसरेड्डी
इस फैसले से केन्द्र सरकार के ख़ज़ाने पर 14775 हजार करोड़ का अतिरिक्त भार पड़ेगा। मोदी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबध्द है। वह हर संभव प्रयास कर रही है कि किसानों पर मूल्य वृध्दि का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़े और न उनकी लागत बढ़े।
राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद ने कहा कि केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में किसान है, तभी तो किसान सम्मान निधि के बाद मोदी सरकार ने डीएपी खाद पर 140 फीसदी तक की सब्सिडी देकर किसानों के लिए इस खेती के समय और कोरोना के संकट की बीच बहुत बड़ी राहत की घोषणा किया है। सदर विधायक डॉ सत्यप्रकाश मणि त्रिपाठी ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा लिए गए इस ऐतिहासिक निर्णय से उत्तर प्रदेश के लगभग 2.70 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों निरन्तर संरक्षित हो रहे हैं।