नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच एलएसी पर तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इस विवाद के बीच मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में कई राजनीतिक दलों के नेता शामिल होंगे। यह बैठक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा चीन के साथ विवाद पर लोकसभा में दिए गए बयान के बाद हो रही है।
बता दें कि संसद सत्र में सरकार की ओर से बयान दिया गया है, लेकिन विपक्ष की ओर से पूरे विवाद पर विस्तार से चर्चा की मांग की जा रही थी। जिसको लेकर कांग्रेस ने लोकसभा में विरोध भी जताया, अब सरकार की ओर से चर्चा के लिए इस बैठक को बुलाने पर जोर दिया गया है।
डोनाल्ड ट्रम्प बोले- अमेरिका को तीन-चार सप्ताह के भीतर मिल जायेगी कोरोना वैक्सीन
जब मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई और प्रश्नकाल को रद्द किया गया तब भी कांग्रेस, टीएमसी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरा और चीन के मसले पर भागने का आरोप लगाया।
लोकसभा में राजनाथ सिंह ने अपने बयान में कहा था कि लद्दाख में स्थिति गंभीर है और चीन एलएसी की मौजूदा स्थिति को बदलने की कोशिश कर रहा है। राजनाथ सिंह ने अप्रैल से अब तक की सभी जानकारी देते हुए कहा कि हम इस विवाद को बातचीत से सुलझाना चाहते हैं, लेकिन अगर परिस्थिति बदली तो भारतीय सेना तैयार है।
बसपा सभी आठ सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी, प्रभारियों की घोषणा जल्द
चीन मामले पर कांग्रेस और पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस और पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। राहुल गांधी रोज ट्विट कर सरकार पर चीन विवाद पर गुमराह करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डरने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, बुधवार को भी राहुल ने सरकार के अलग-अलग बयान दिए जाने का दावा किया। बुधवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय ने एक जवाब में कहा कि पिछले छह महीने में चीन सीमा पर किसी तरह की घुसपैठ नहीं हुई है, जिस पर राहुल गांधी ने सवाल खड़े किए हैं।