नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के साथ छल, प्रपंच, कपट और ढोंग कर रहे हैं। वह दुष्प्रचार से असलियत पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे हैं।
यह आरोप कांग्रेस प्रवक्ता रणदीपसिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में लगाया है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी और उनकी सरकार किसानों को गुमराह करना चाहती है और सरकारी स्तर पर झूठा तथा दुष्प्रचार प्रचार कर किसानों की असली स्थिति को छिपाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने आज मध्य प्रदेश के किसानों से बात की है लेकिन उन्होंने वहां भी असली तथ्य छिपाए हैं और यह नहीं बताया कि उनकी सरकार पहले से ही किसानों के साथ धोखा कर रही है। उनका कहना था कि श्री मोदी को मध्य प्रदेश के किसानों को यह भी बताना चाहिए था कि उनकी सरकार ने जून 2017 में संसद में घोषणा कर दी थी कि किसान का कर्ज माफ नहीं किया जा सकता है। इससे पहले जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी तो उसने किसानों का 72 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया था।
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प्रवक्ता ने कहा कि श्री मोदी ने आज जिस मध्य प्रदेश के किसानों को संबोधित किया उसी मध्य प्रदेश में मंडियों में हाल में पारित तीन कृषि कानूनों के दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं और प्रधानमंत्री को इसकी सूचना भी वहां के किसानों को देनी चाहिए थाी। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के पारित होने के बाद राज्य में 47 मंडिया बंद हो गयी है और 147 मंडियों में 50 फीसदी काम बंद हो चुका है।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि वहां किसान 1800 के न्यूनतम समर्थन मूल्य की जगह अपनी उपज 800 रुपए में बेच रहे हैं। मक्के का 1850 रुपए के न्यूनतम समर्थन मूल्य है लेकिन वहां किसानों को साढे पांच सौ रुपये में मक्का बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। उनका कहना था कि पूरे देश में 70 प्रतिशत किसानों को धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिला है। किसान की दाल की फसल आती है तो मोदी सरकार उसे खरीदने की बजाए विदेशों से दालें आयात करती है जिससे किसान को नुकसान होता है।