तिरुनेलवेल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी तीन दिन के तमिलनाडु दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन राहुल तिरूनेलवेली में सड़क किनारे खरीदकर नारियल पानी पीया है। इससे पहले उन्होंने तिरुनेलवेल्ली के मशहूर अरुलमिगु नेलाइएप्पर मंदिर में पूजा अर्चना भी की है। तमिलनाडु दौरे के दूसरे दिन उन्होंने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों को राजनीति से जुड़ना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार बोलने की आजादी नहीं देती है।
जम्मू-कश्मीर में विकास कागजों तक सीमित: गुलाम नबी आजाद
राहुल गांधी ने तमिलनाडु में AIADMK सरकार और वहां के सीएम पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के सीएम को दिल्ली से पीएम मोदी कंट्रोल करना चाहते हैं। राहुल ने कहा कि मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से बहुत निराश हूं , क्योंकि नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े होने और सवाल पूछने की बजाय उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण का एक ही कारण है कि सीएम भ्रष्ट हैं और नरेंद्र मोदी के पास ED, CBI और दूसरे संस्थान हैं।
I don't believe that education should be only for financially strong people. When we (Congress) come to power, we are going to push for scholarships in education: Rahul Gandhi, Congress interacts with college professors at St. Xavier’s College in Tirunelveli, Tamil Nadu pic.twitter.com/AWwH6HZMfW
— ANI (@ANI) February 28, 2021
मुझे मिस्टर मोदी से डर नहीं लगता: राहुल गांधी
तिरुनेलवेली में राहुल गांधी ने कहा कि जब मैं रात में सोने जाता हूं तो मुझे सिर्फ 30 सेकेंड में नींद आ जाती है, क्योंकि मुझे मिस्टर मोदी से डर नहीं लगता। अब मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूं। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री को रात में सोने के लिए कितना समय लगता है? वे रात में नहीं सो पाते हैं क्योंकि वे ईमानदार नहीं हैं। ईमानदार नहीं हैं इसलिए वे नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं खड़े हो सकते हैं। नरेंद्र मोदी को लगता है कि वह तमिलनाडू के लोगों को कंट्रोल कर सकते हैं।
वहीं तमिलनाडु के तिरुनेलवेली में शिक्षकों से संवाद करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि समाज महिलाओं को सम्मान और उनका सशक्तिकरण किए बिना सफल नहीं हो सकता। शिक्षा सिर्फ अमीरों के लिए नहीं सभी के लिए होनी चाहिए। हम सत्ता में आएंगे तो गरीबों को छात्रवृत्ति देंगे और महिलाओं की शिक्षा तक पहुंच बढ़ाएंगे। हम एक ऐसे शत्रु से लड़ रहे हैं जो अपने विरोधियों को कुचल रहा है, लेकिन हम ये पहले भी कर चुके हैं। अंग्रेज नरेंद्र मोदी से बहुत ज़्यादा शक्तिशाली थे। इस देश के लोगों ने जैसे अंग्रेजों को वापस भेज दिया वैसे ही हम नरेंद्र मोदी को नागपुर वापस भेज दें।