लखनऊ : अदब की नगरी लखनऊ में अदब की भाषा उर्दू में मोहम्मद तौफिक नें इतिहास रच दिया है। मो. तौफीक ने बीए अंतिम वर्ष में उर्दू विषय में 150 में से 140 अंक हासिल किए हैं। हम अमूमन देखते हैं कि छात्र हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में शत प्रतिशत अंक लाते हैं और अपना और अपने परिवार का नाम रौशन करते हैं। लेकिन यह पहला मौका है कि किसी छात्र ने बीए में 100 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। स्नातक स्तर पर अंतिम वर्ष में सबसे ज्यादा अंक लाने की खुशी में यूनीवर्सिटी उन्हें एक खास पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला किया है। स्नातक स्तर पर उर्दू अंतिम वर्ष में सबसे ज्यादा नंबर लाने पर तौफीक को बृजनारायण चकबस्त मेमोरियल गोल्ड मेडल दिया जा रहा है। तौफीक लखनऊ विश्वविद्यालय से सहयुक्त मुमताज डिग्री कॉलेज के विद्यार्थी हैं।
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लखनऊ विश्वविद्यालय ने दीक्षांत समारोह में 15 मेडल देने के बाद बचे हुए मेडल विजेताओं के नाम घोषित कर दिए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम उर्दू विभाग में दिया जाने वाला चकबस्त मेडल है। इस मेडल को जीतने वाले तौफीक ने अंतिम वर्ष की परीक्षा में कुल मिलाकर 300 में से 298 नंबर हासिल किए हैं। उर्दू के अलावा उनका दूसरा विषय पर्शियन है, जिसमें उन्होंने 150 में से 148 नंबर हासिल किए हैं। तौफीक के अनुसार इस साल परीक्षा ओएमआर पर हुई थी। इसका भी उन्हें काफी फायदा मिला। इसके बावजूद शत प्रतिशत नंबर हासिल करना कहीं से भी आसान काम नहीं है। ओएमआर पर परीक्षा अंतिम वर्ष के सभी विद्यार्थियों की हुई है, लेकिन 80 फीसदी से ज्यादा नंबर लाने विद्यार्थी नाम के ही हैं। 100 प्रतिशत नंबर लाने वाले विद्यार्थी इस बार ही नहीं लविवि के इतिहास में पहली बार हुआ है।