नई दिल्ली। देश की राजधानी में मंकीपॉक्स (Monkeypox) का पहला मामला सामने आया है। इस मरीज की कोई विदेशी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इससे पहले केरल में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के तीन मरीज मिल चुके हैं। इससे पहले केरल के तीन और मरीजों में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो चुकी है। ये तीनों ही मरीज यूएई से लौटे थे और वहीं पर ये किसी संक्रमित के संपर्क में आए थे।
केरल में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स (Monkeypox) का पहला मामला सामने आया था। मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि खुद केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने की थी। वह यूएई से लौटा था। मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसे केरल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
इस केस के महज चार दिन बाद यानी 18 जुलाई को केरल में दूसरे मामले की पुष्टि हुई थी। ये शख्स भी दुबई से लौटा था। इसके बाद 22 जुलाई को तीसरे मामले की पुष्टि हुई। इन तीनों की मामलों में यूएई कनेक्शन सामने आया था। इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों पर निगरानी की जा रही है।
Monkeypox के दो मामले आने पर केंद्र सरकार अलर्ट, जारी किए ये सख्त निर्देश
दुनियाभर में तेजी से फैल रहे मंकीपॉक्स (Monkeypox) को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शनिवार को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता करने वाला है।