रबात। मोरक्को में शुक्रवार रात आए भीषण भूकंप (Morocco Earthquake) में मरने वालों की संख्या बढ़कर एक हजार के करीब हो गई है और कम से कम 672 लोग घायल हुए हैं। देश के गृह मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार स्थानीय समयानुसार 23.11 बजे आये भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.8 मापी गयी।
भूकंप (Earthquake) का केंद्र मराकेश से लगभग 70 किमी दक्षिण पश्चिम में अल हौज़ प्रांत के इघिल शहर के पास जमीन की सतह से 18.5 किलोमीटर की गहराई में स्थित था।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि भूकंप (Earthquake) से तरौदंत और मराकेश शहरों में कई घर ढह गए। भूकंप के झटके रबात और कैसाब्लांका सहित मोरक्को के कई शहरों में महसूस किये गए।
मराकेश में रहने वाले एक विदेशी चीनी झांग काई ने कहा, भूकंप (Earthquake) के केंद्र के निकटतम बड़े शहर, मराकेश के पुराने शहर में कई इमारतों को क्षतिग्रस्त कर दिया, और कई निवासियों को संभावित झटकों के डर से खुली जगह में रात बितानी पड़ी। मराकेश से लगभग 190 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में ऑउरज़ाज़ेट में भूकंप के बाद निवासियों को खुली जगह पर शरण लेते देखा गया।
ऑउरज़ाज़ेट से भूकंप (Earthquake) के केंद्र तक रास्ते में पहाड़ों और इमारतों से चट्टानें और मलबे सड़क पर बिखरे हुए देखे गए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए बचावकर्मियों को भूकंप प्रभावित इलाकों में भेजा गया है। भूकंप से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल मदीना के कुछ हिस्सों को नुकसान पहुंचने की सूचना मिली है।
1960 के बाद से मोरक्को का सबसे खतरनाक भूकंप (Morocco Earthquake)
भूकंप के केंद्र के पास के स्थानीय निवासी मोंटासिर इतरी का कहना है, “अधिकांश घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हमारे पड़ोसी मलबे के नीचे हैं और लोग गांव में उपलब्ध साधनों का उपयोग करके उन्हें बचाने का प्रयास कर रहे हैं।”
वहीं, स्थानीय शिक्षक हामिद अफकार का कहना है कि भूकंप के झटके महसूस होते ही वह अपने घर से भाग गए थे। उन्होंने कहा, ” लगभग 20 सेकंड तक पृथ्वी हिलती रही। जैसे ही मैं दूसरी मंजिल से नीचे की ओर भागा, दरवाजा अपने आप खुल गया और बंद हो गया।”
मोरक्को में भूकंप से मची भीषण तबाही, करीब 300 लोग कालकवलित
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, 1960 के बाद से यह मोरक्को का सबसे खतरनाक भूकंप है। 1960 में आए भूकंप से कम से कम 12,000 लोगों की मौत का अनुमान लगाया गया था। तीव्रता के लिहाज से इतिहास का भयानक भूकंप 1960 में ही चिली में दर्ज किया गया था।
भारत हर संभव मदद के लिए तैयारः पीएम मोदी
इस बीच भारत की राजधानी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय मोरक्को की सहायता के लिए सामने आएगा। स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज ने ‘मोरक्को के लोगों के प्रति एकजुटता और समर्थन’ देने का वादा किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा कि वह इस खबर से “हताश” हैं और उन्होंने मोरक्को को सहायता करने का आश्वासन दिया।