अमेठी कोतवाली गौरीगंज स्थित सगरा आश्रम के पीठाधीश्वर मौनी महाराज की रसोइया की सोमवार सुबह धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज से पूजा पाठ कर वापस जा रही महिला को आश्रम से मात्र पांच सौ मीटर की दूरी पर अज्ञात हमलावरों ने पीछे से धारदार हथियार द्वारा हमला कर मीरा द्विवेदी (45) को मौत के घाट उतार दिया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर लाश को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस बीच पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह, सीओ गुरमीत सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने जिला अस्पताल एवं घटनास्थल पहुंचकर मौके का जायजा लिया।
मृतका के पति भास्कर द्विवेदी ने बताया कि उनकी पत्नी की हत्या जमीन रंजिश के चलते की गई है। हत्यारे ऐन्धी निवासी उमाशंकर मिश्र एवं जटाशंकर मिश्र वर्ष 2006 में उनके पिता को अगवा करके बगैर कुछ दिए हुए ही लगभग 4.5 बीघे जमीन अपने नाम बैनामा करवा लिया था। इस मामले में मुकदमा चल रहा है। लगभग तीन बीघा जमीन वापस भी मिल चुकी है। लेकिन बाकी जमीन अभी उन्हीं के कब्जे में है जो हाईवे के किनारे हैं, उस जमीन को इन लोगों ने और लोगों को बेच दिया है जिस पर निर्माण कार्य चल रहा है। इन लोगों के द्वारा जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी। हमको पूरा विश्वास है कि इन्होंने लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है क्योंकि इसके अलावा मेरी और किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। ऐसे में इस तरह की घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ जांच करते हुए ठोस कार्यवाही की जानी चाहिए।
इस मामले में परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज के पीठाधीश्वर मौनी जी महाराज ने बताया कि भास्कर द्विवेदी की पत्नी मीरा द्विवेदी की निर्मम हत्या कर दी गई है। पूर्व में इनके ससुर का अपहरण करके लगभग पांच बीघा जमीन पंडित का पुरवा ऐन्धी निवासी उमाशंकर मिश्रा उर्फ बबलू जो 302 के शातिर अपराधी है उनके द्वारा अपहरण कर जबरदस्ती लिखा ली गई थी। उसके बाद उस जमीन को वह कई अपराधियों को करोड़ों रुपये में बेचकर उस पर निर्माण करवा रहा था, जिसको लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा था। इस मामले में इनकी पत्नी मीरा द्विवेदी लगातार इसका विरोध कर रही थी। कुछ जमीन अभी बची हुई है, जिसका अतिक्रमण बाकी था उसी को लेकर विरोध चल रहा था। भास्कर द्विवेदी सीधे-साधे व्यक्ति हैं उनके चार छोटे छोटे बेटे और एक बेटी है। परिवार में यही एक जिम्मेदार व्यक्ति थी जो उन लोगों को जवाब दिया करती थी उसकी हत्या का मतलब उनके पूरे परिवार का विनाश और परिवार को समाप्त करना है। इसीलिए उनकी हत्या की गई है।
पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने जिला अस्पताल पहुंचकर मौनी बाबा सहित परिजनों से मुलाकात के बाद बताया कि जायस रोड पर स्थित परमहंस आश्रम सगरा बाबूगंज के पीठाधीश्वर मौनी महाराज की सेवा सुश्रुषा और देखभाल करने वाली उनकी शिष्य का आज सुबह सड़क के किनारे शव प्राप्त हुआ है। उनकी शरीर पर चोटें पाई गई है, उनसे जुड़े लोग और परिवारीजनों का कहना है कि उनकी हत्या की है। उनको कुछ लोगों के ऊपर संदेह है। इस पर उनसे तहरीर प्राप्त कर पोस्टमार्टम के उपरांत साक्ष्य संकलन करते हुए समुचित वैधानिक एवं विवेचनात्मक कार्यवाही की जाएगी।