नई दिल्ली। किसान आंदोलन के कारण उद्योग ठप होने से 40 से ज्यादा देशों में सामान का निर्यात नहीं हो पा रहा है। कुंडली औद्योगिक क्षेत्र की फैक्टरी से बर्तन, स्वास्थ्य उपकरण, दवाई, एलईडी, प्लास्टिक उपकरण समेत अन्य सामान विदेशों में निर्यात होता है। किसान आंदोलन के कारण सामान फैक्टरी से बाहर नहीं निकल पाने के कारण निर्यात नहीं हो रहा है तो कच्चा माल भी नहीं आ रहा है।
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ऐसे में उद्यमी भी फंस गए हैं और उनको कोई रास्ता नहीं दिख रहा है। वह अपने देश के ग्राहकों को किसी तरह समझा रहे हैं, लेकिन अन्य देशों में समझाने में भी परेशानी हो रही है। इससे कई साल पुराने व्यापारिक रिश्ते भी दरकते दिख रहे हैं और इसका बड़ा नुकसान मल्टीनेशनल कंपनियों को होता दिख रहा है।
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कुंडली औद्योगिक क्षेत्र एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष गुप्ता के अनुसार यहां से सामान का निर्यात बंद होने पर उद्यमी जब विदेश में बताते हैं कि किसान आंदोलन के कारण ऐसा हो रहा है तो वह इस बात को सुनकर चौंक जाते हैं। वह इस बात पर विश्वास ही नहीं करते हैं कि किसान आंदोलन के कारण भी फैक्टरी बंद हो सकती है। उद्योग चलने के बाद वह माल लेंगे या नहीं, इसपर भी अभी संशय है, क्योंकि जब माल सप्लाई करने की स्थिति में होंगे, इस बारे में तभी बातचीत होगी।
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कुंडली औद्योगिक क्षेत्र की फैक्टरी में इस तरह के हालात हो गए हैं कि वहां सामान इतना ज्यादा बन गया है कि उसे अंदर रखने की जगह नहीं है। इसलिए उसको पार्क तक में रखवाना पड़ रहा है। पहले माल तैयार होकर जाता रहता था और उसी आधार पर बनता रहता था। लेकिन अब पहले से आए हुए कच्चे माल से सामान बनवा दिया गया है तो यहां से बना हुआ सामान सप्लाई नहीं हुआ है।