पूर्व केंद्रीय मंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने अखिलेश यादव के बयान को अनुचित बताया है। तीन दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कोरोना वैक्सीन पर सवाल उठाते हुए इसे बीजेपी की वैक्सीन बताकर लगवाने से इनकार किया था।
अपर्णा यादव ने कहा, ‘हमारे डाक्टरों और वैज्ञानिकों की वजह से यह कोरोना वैक्सीन आई है। इसका हमें खुल दिल से स्वागत करना चाहिए। हम उन सभी डाक्टरों और वैज्ञानिको को नमन करते है, जिन्होंने दिन-रात जाग कर कर इतने खतरनाक वायरस की वैक्सीन ढूंढ निकाली है। सरकार आम नागरिको को इसे मुफ्त में उपलब्ध करवाए, ताकि हम अपनी जिंदगी फिर से आम दिनों की तरह शुरू कर सकें। इस वायरस से सब परेशान थे। इसलिए यह वैक्सीन स्वागत योग्य है।’
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वैक्सीन को लेकर अखिलेश यादव के दिए बयान पर अपर्णा ने कहा कि भैया ने अपने बारे में कहा कि मैं यह वैक्सीन नहीं लगवाउंगा। अगर वो यह वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते हैं, तो यह उनकी व्यक्तिगत इच्छा है। अगर भैया नहीं लगवाना चाहते हैं, तो कोई जबरदस्ती तो वैक्सीन नहीं लगवा देगा, न ही इसे पिला देगा। इसे देखने के बाद हो सकता है बाद में वो भी लगवा लें। यह वैक्सीन भारत के बहुत अच्छे डाक्टरों-वैज्ञानिकों ने शोध कर बनाया है।
उन्होंने कहा, ‘साउथ ईस्ट एशिया की विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की डायरेक्टर ने भी यह कहा है कि यह सिर्फ भारत की नहीं बल्कि साउथ ईस्ट एशिया की जीत है। इसलिए यह गर्व का विषय है।’
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एसपी अध्यक्ष द्वारा इसे बीजेपी की वैक्सीन बताने पर अपर्णा ने कहा कि यहां पर बात बीजेपी या मोदी-योगी की नहीं हो रही है। यहां बात हमारे डाक्टरों और वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई वैक्सीन पर हो रही है। यह बीजेपी की दवा नहीं है, और न ही बीजेपी की कोई लैब है। यह राजनीतिक बयान है।
मुझे अपने डाक्टरों और वैज्ञानिकों पर भरोसा है कि वो न तो किसी राजनीतिक दल के लिए कार्य करते हैं, और न ही खुद राजनीति करते हैं। डाक्टर-रिसर्चर किसी राजनीतिक दल के नहीं बल्कि सबके हैं। वो राजनीतिक दल देखकर इलाज नहीं करते। इसलिए इस तरह की बात उचित नहीं है। लेकिन अगर किसी की इच्छा है कि उन्हें वैक्सीन नही लगवानी, तो यह उनकी व्यक्तिगत राय है।