लखनऊ। उत्तर प्रदेश में प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple Attack) में हमले के आरोपी मुर्तज़ा अब्बासी (Murtja) का कथित रूप से एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह कह रहा कि उसने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) तथा अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय की घटनाओं से क्रुद्ध होकर रविवार को यह हमला किया था।
गौरतलब है कि मुर्तजा को उसी समय पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया गया था। राज्य की पुलिस का आतंक निरोधक दस्ता (एटीएस) मुर्तज़ा से पूछताछ कर रही है।
इस कथित वीडियो में मुर्तज़ा यह कह रहा था, “मेरे दिमाग में बस यही जस्टिफ़िकेशन (तर्क-वितर्क) चल रहा था, कोई काम करने के पहले आदमी उसका जस्टिफ़िकेशन भी तो खोजता है। कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। किसी को तो कुछ करना होगा मगर कोई कुछ नहीं कर रहा है। तो हमने सोचा अब कर ही दो।”
उत्तर प्रदेश पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक (विधि व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने इस वीडियो के बारे में पूछे जाने पर कहा, “जैसा कि पहले ही बताया जा चुका है कि यह घटना एक बड़ी साजिश का हिस्सा है। इसके सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।”
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श्री कुमार ने कहा, “वीडियो की जांच की जा रही है। पूछताछ के बाद तथ्यों का प्रमाणीकरण किया जायेगा। पुलिस हिरासत में जो अभियुक्त है उससे आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की टीम लगातार पूछताछ कर रही है।”
अभियुक्त के विदेश यात्रा के संबंध में पूछे जान पर उन्होंने कहा, “इस तरह की बातें सबके सामने है। उसकी आधिकारिक पुष्टि तथ्यों तथा सबुतों के आधार पर की जा रही है।”
उन्होंने कहा अभियुक्त से जुड़े सभी तथ्यों को संज्ञान में लिया जा रहा है तथा सबुत जुटाकर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच राज्य के गृह विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि मुर्तज़ा क़बूल किया है कि उसने गोरखनाथ मंदिर में हमले को अंजाम देने के इरादे से प्रवेश किया था।
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सूत्रों ने बताया, “उसने क़ुबूल किया कि देश में मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है, सीएए और एनआरसी भी गलत हो रहा है। बस इसी गुस्से में उसने यह कदम उठाया है।” उसने पूछताछ में बताया कि वह टैंपो से गोरखनाथ मंदिर गया था।
सूत्रों के अनुसार उसने बताया कि मंदिर में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होने के कारण उसे इस बात का अंदाज़ा था कि वह हमला करने के दौरान मारा भी जा सकता है। मुर्तज़ा ने बताया कि अपने मन में वह हमले को उचित क़दम ठहराने के लिए तमाम दलीलों को सोच रहा था। उसके मन में ये बात चल रही थी कि सीएए और एनआरसी के अलावा कर्नाटक में भी अल्पसंख्यकों के साथ ग़लत हो रहा है। वीडियो में मुर्तजा के हाथ में पट्टी बंधी हुई है और यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वह काफ़ी परेशान था और तनाव में था तथा वह नेपाल में भी नहीं सो पाया था।
ग़ौरतलब है कि मुर्तज़ा को एटीएस की जाँच टीम बुधवार को ही पूछताछ के लिए गोरखपुर से लखनऊ लाया गया था। उसे गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर रविवार रात को मंदिर पर हमले करने के वक़्त लोगाें ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था।