नई दिल्ली। म्यूचुअल फंड उद्योग ने जून तिमाही में 18 लाख निवेशक खाते जोड़े हैं। इस तरह उतार-चढ़ाव वाली बाजार परिस्थितियों के बावजूद फोलियो की कुल संख्या बढ़कर 9.15 करोड़ हो गई है। ग्रो के सह-संस्थापक हर्ष जैन ने कहा कि फोलियो की संख्या में वृद्धि में डिजिटल मंचों का विशेष योगदान रहा है, विशेषरूप से लॉकडाउन के दौरान। फोलियो वह संख्या होती है, जो व्यक्तिगत निवेशक खातों को दी जाती है। एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते हैं।
यूपी : बैठक में बिगड़ी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की तबीयत, नाक से निकला खून
म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, जून तिमाही में फोलियो की संख्या 17.96 लाख बढ़कर 9,15,42,092 हो गई। मार्च तिमाही के अंत तक यह आंकड़ा 8,97,46,051 था। मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (प्रबंधक शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार में मार्च में जबरदस्त गिरावट आई। इससे निवेशकों को शेयर बाजारों में निवेश का अच्छा अवसर मिला। ऐसे में यह संभव है कि कई नए निवेशकों को यह शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड के जरिये निवेश का अच्छा अवसर लगा हो। उन्होंने कहा कि इसका संकेत अप्रैल में फोलियो की संख्या में भारी बढ़ोतरी से मिलता है। इसके अलावा मई और जून में भी फोलियो की संख्या में इजाफा हुआ।