उत्तरप्रदेश के मेरठ में अधिवक्ता ओंकार तोमर आत्महत्या केस में नामजद आरोपी सजंय मोतला ने बुधवार देर रात फांसी लगा ली। बताया जा रहा है सजंय का शव बुधवार देर रात गांव में ही पेड़ पर लटका मिला। मामले की जानकारी लगने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जुट गए और अधिकारियों के आने से पहले शव उतरवाने से इनकार कर दिया। आरोप है कि पुलिस अधिवक्ताओं के दबाव में आकर पीड़ित परिवार का उत्पीड़न कर रही है। ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए गांव में पुलिस टीमों को बुलाया गया है।
संजय मोतला दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि संजय की पत्नी, भाभी और मां को गंगानगर पुलिस ने हिरासत में लिया था, इसी के चलते वह डिप्रेशन में था और उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अब इस केस में सजंय की मौत के बाद विधायक दिनेश खटीक की मुश्किलें और ज्यादा बढ़ गई हैं। दरअसल अधिवक्ता ओंकार तोमर ने आत्महत्या से पहले लिखे सुसाइड नोट में विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोगों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इनमें सजंय मोतला का भी नाम था।
संजय मोतला लव तोमर की पत्नी स्वाति का चचेरा भाई था। अधिवक्ता आत्महत्या में वह भी नामजद था। संजय के भाई सतीश का आरोप है कि पुलिस वकीलों के दबाव में उनके परिवार का उत्पीड़न कर रही है। इस डर से सजंय छिपा हुआ था। सजंय के न मिलने पर गंगानगगर पुलिस दो दिन पहले संजय की पत्नी नीलम को ले गई थी और थाने में हिरासत में रखा हुआ है। बुधवार को पुलिस संजय के भाई सुशील की पत्नी गीता और मां संतरा को भी ले गई। आरोप है कि इससे डिप्रेशन में आकर संजय ने पेड़ से लटककर फांसी लगा ली।
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दरअसल गंगानगगर थाना क्षेत्र के इशपुरम में रहने वाले अधिवक्ता ओंकार तोमर ने कुछ दिन पूर्व अपने घर पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड नोट में ओंकार ने बताया था कि उसके बेटे लव का पत्नी से विवाद चल रहा है जिसके लिए विधायक दिनेश खटीक समेत 14 लोग उसपर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं और इसकी एवज में उनसे मोटा पैसा मांगा जा रहा है। इतना ही नहीं विधायक ने उन्हें अपने फार्म हाउस पर बुलाकर धमकी दी थी, इसके बाद विधायक के साथी मुनेंद्र प्रधान और अन्य लोगों ने उसे घर पर आकर भी धमकाया था। इसकी सीसीटीवी फुटेज भी ओंकार के बेटे ने पुलिस को सौंपी थी।