नई दिल्ली| टोक्यो ओलंपिक 2021 ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर चुके पहलवान और क्वॉलिफाई करने के संभावित पहलवान हिस्सा लेंगे। शिविर में नरसिंह यादव की वापसी हुई है जिनका चार साल का डोपिंग प्रतिबंध हाल में समाप्त हुआ है। 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के पहलवान नरसिंह पर यह प्रतिबंध 2016 के रियो ओलंपिक में उनके उतरने से ठीक पहले लगा था। इसी वजन वर्ग के पहलवान और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कमार का नाम शिविर में नहीं है। सुशील व्यक्तिगत रूप से अपने गुरु महाबली सतपाल के साथ राजधानी के छत्रसाल स्टेडियम में अभ्यास कर रहे हैं। सुशील ने उन्हें राष्ट्रीय शिविर से छूट देने का आग्रह किया था।
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भारतीय कुश्ती महासंघ नरसिंह के साथ था। नरसिंह पर डोपिंग का आरोप लगा था लेकिन राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने बाद में नरसिंह को क्लीन चिट दी थी। नरसिंह रियो पहुंचे लेकिन रियो में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने उन्हें डोपिंग का दोषी करार देकर उन पर चार वर्ष का प्रतिबंध लगा दिया।
राष्ट्रीय खेल प्राधिकरण ने कहा कि सोनीपत और लखनऊ में होने वाले शिविर में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों, कोचों और सहयोगी स्टाफ को वहां पहुंचने पर अनिवार्य कोविड परीक्षण से गुजरना होगा और 14 दिनों के क्वारंटाइन के बाद से वे अपना प्रशिक्षण शुरू कर सकते हैं। इस दौरान कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देशों और साइ की मानक संचालन प्रक्रिया का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
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टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक चार भारतीय पहलवान क्वॉलिफाई कर चुके हैं, जिसमें विनेश (महिला 53 किग्रा), बजरंग (पुरुष 65 किग्रा फ्रीस्टाइल), रवि कुमार दाहिया (पुरुष 57 किग्रा फ्रीस्टाइल) और दीपक पुनिया (पुरुष 86 किग्रा फ्रीस्टाइल) शामिल हैं। ओलंपिक में तीनों शैली में कुल 18 वजन वर्ग हैं और पहलवानों के पास अभी भी मार्च-अप्रैल में होने वाले एशियाई क्वॉलिफायर और विश्व क्वॉलिफायर में अगले वर्ष कोटा हासिल करने का अवसर है।