अमृतसर। पार्टी और कैप्टन सरकार में उपेक्षा का शिकार हुए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने हलके में विकास कार्य रुकने का आरोप लगाते हुए स्पष्ट रूप से कहा है कि उन्होंने मंत्रिमंडल क्या छोड़ा, उनके क्षेत्र में विकास कार्य ही रुक गए।
सिद्धू ने इस संबंध में बाकायदा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को पत्र भी भेजा है। उन्होंने लिखा कि उनके मंत्री पद छोडऩे के बाद से यहां कई प्रोजेक्ट शुरू ही नहीं किए जा रहे। यह जनता के साथ अन्याय है।
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सिद्धू ने मांग की है कि क्षेत्र के रुके हुए विकास कार्य जल्द शुरू करवाए जाएं। सिद्धू ने अमृतसर शहरी क्षेत्र के पांच रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि अक्टूबर 2018 में उन्होंने अपने क्षेत्र अमृतसर पूर्वी के दो आरओबी समेत 137 करोड़ की लागत वाले 5 पुलों का शिलान्यास किया था। इनके निर्माण के लिए फंड और टेंडर जारी कर दिए गए थे, लेकिन अब तक निर्माण शुरू नहीं हो पाना समझ से परे की बात है।
सिद्धू ने अपने पत्र में आरोप लगाते हुए कहा, पिछले साल दिसंबर में, सीएम ने अमृतसर ईस्ट के लिए पंजाब पर्यावरण सुधार परियोजना (चरण -1) के तहत 5 करोड़ रुपये के कार्यों की सिफारिश की थी। लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं किया गया है।’
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इसके अलावा सिद्धू ने कहा कि बहुत सारे अन्य कार्यों भी स्वीकृत हुए थे जो अभी शुरू नहीं हुए हैं। क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू ने पिछले साल 15 जुलाई को पंजाब मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया था और उसके बाद यह सीएम के साथ उनका पहला संवाद है।