मुंबई। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया है। ईडी (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनकी गिरफ्तारी की है। इस एक गिरफ्तारी ने महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल ला दिया है। बीजेपी नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग कर रही है।
महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा है कि नवाब मलिक की अब गिरफ्तारी हो चुकी है, उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। हम मांग करते हैं कि वे तुरंत अपना पद छोड़ें। महाराष्ट्र सरकार में कई ऐसे मंत्री हैं, जिन पर कई आरोप हैं। लिस्ट काफी लंबी है, मैं खुद बोलते-बोलते थक जाऊंगा। अभी के लिए इस मामले ने महाराष्ट्र सरकार की मुसीबत बढ़ा दी है और खुद सीएम उद्धव ठाकरे एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने शरद पवार संग एक अहम मुलाकात की है। मुलाकात में कई मंत्री और विधायक मौजूद रहे।
खबर मिल रही है कि एनसीपी अभी नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं मांगने वाली है। राज्य सरकार के मुताबिक वे बीजेपी के आरोपों के सामने झुकने नहीं वाले हैं। वैसे जो फैसला मीटिंग में लिया गया है, वहीं बात बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी शरद पवार के सामने रखी। बैठक से पहले ममता बनर्जी ने भी फोन कर शरद पवार से इस मुद्दे पर बात की थी। तब उन्होंने कहा था कि बीजेपी का सामना करने के लिए एक एकजुट विपक्ष बनाने की जरूरत है।
NCP नेता नवाब मलिक गिरफ्तार, दाऊद लिंक पर ED का एक्शन
बताया गया है कि आज सुबह पांच बजे ईडी नवाब मलिक के निवास पर पहुंची थी। फिर सात बजे ईडी द्वारा उन्हें नोटिस दिया गया और 7।45 पर वे जांच एजेंसी के दफ्तर लाए गए। फिर वहां पर करीब आठ घंटे की उनसे पूछताछ हुई और दोपहर तीन बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
पूरा मामला क्या है?
इस मामले की बात करें तो 15 फरवरी को मुंबई में ईडी ने कई जगहों पर छापेमारी की थी। अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों को देखते हुए कई ठिकानों पर रेड डाली गई थी। इस लिस्ट में दाऊद की बहन हसीना पार्कर का ठिकाना भी शामिल था। बाद में दाऊद के भाई इकबाल कासकर को भी गिरफ्तार किया गया था।
नवाब मलिक का एक और धमाका, बताया क्रूज पर शामिल ‘दाढ़ी वाले’ का नाम
अब जांच में सामने ये आया है कि नवाब मलिक की दाऊद इब्राहिम के गुर्गे सरदार शाहवली खान और हसीना पारकर के बॉडीगार्ड सलीम पटेल के साथ कोई डील थी। कुछ महीनों पहले पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी आरोप लगाया था कि नवाब मलिक ने करोड़ों रुपये की प्रोपर्टी सिर्फ 30 लाख रुपये में खान और पटेल से खरीदी थी।