छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली मुठभेड़ के बाद से लापता जवान राकेश्वर सिंह मनहास की तस्वीर जारी की गई है। नक्सलियों की ओर से जारी इस तस्वीर के साथ ही दावा किया गया है कि जवान सुरक्षित है।
नक्सलियों ने मुठभेड़ के तीसरे दिन कुछ स्थानीय मीडिया कर्मियों और चौथे दिन एक पत्र जारी कर दावा किया था कि लापता जवान उनके कब्जे में है। नक्सलियों ने जारी पत्र में लिखा था कि जवान सुरक्षित है और उन्हें छुड़ाने के लिए सरकार मध्यस्थ का नाम तय करे। इसके बाद बुधवार को नक्सलियों ने जवान की तस्वीर जारी की और फिर से कहा कि जवान उनके कब्जे में सुरक्षित है।
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नक्सलियों द्वारा जारी फोटो में जवान एक झोपड़ी में बैठे नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस तस्वीर में उनके साथ या आसपास कोई और नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि नक्सली कोई पुरानी तस्वीर तो जारी नहीं कर दी है?
लापता जवान के परिजनों ने ही ऐसी आशंका जताई है और उन्होंने जवान का वीडियो या कोई ऑडियो क्लिप जारी करने की अपील की है। बता दें कि तर्रेम मुठभेड़ के बाद कोबरा 210 बटालियन के राकेश्वर सिंह मनहास लापता हो गए हैं। नक्सली लगातार जवान के उनके कब्जे में होने का दावा कर रहे हैं।
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बता दें कि बीते 3 अप्रैल को बीजापुर के तर्रेम थाना क्षेत्र में सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इसमें 22 जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा 31 जवान घायल और 1 लापता हो गए। लापता जवान की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हालांकि, नक्सली जवान को छुड़ाने को लेकर वार्ता के लिए तैयार होने की बात कह रहे हैं।