लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में सामान्य से 10.4 प्रतिशत कम बारिश के बावजूद 20 जिलों की करीब छह लाख जनसंख्या बाढ़ से प्रभावित है।
श्री योगी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वीडियों काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में कहा कि राज्य में बाढ़ से 20 जिले में 5,75,094 जनसंख्या प्रभावित है। बाढ़ से 38,248 हेक्टेयर कृषि फसल प्रभावित हुई है। प्रभावित कृषि क्षति का विस्तृत सर्वे कराया जा रहा है
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक जून से आठ अगस्त तक 400.5 मिली मीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 10.4 प्रतिशत कम है। प्रदेश में सामान्य से कम वर्षा के बावजूद पूर्वांचल के 15 जिलों में बाढ़ का प्रभाव है। नेपाल राष्ट्र एवं उत्तराखण्ड में सामान्य से लगभग 20 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है, जिससे चार नदियां घाघरा, राप्ती, शारदा एवं गण्डक खतरे के निशान के ऊपर प्रवाहित हुई हैं।
PM मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये, छह राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक
श्री योगी ने कहा कि राज्य के 40 जिले संवेदनशील हैं, जिनमें प्रत्येक वर्ष लगभग 16 लाख हेक्टेयर भूमि तथा 70 लाख आबादी प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के 20 जिले अम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, गोण्डा, गोखरपुर, खीरी, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, पीलीभीत, प्रतापगढ़, संतकबीर नगर, सिद्धार्थनगर तथा सीतापुर बाढ़ से प्रभावित हैं। नदियों में अत्यधिक जलप्रवाह के कारण प्रदेश के तीन जिलों आजमगढ़, मऊ तथा गोण्डा में तीन तटबन्ध क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनकी मरम्मत कर ली गई है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ से 1,04,562 परिवार तथा 76,723 पशु प्रभावित हुए हैं तथा 38,248 हेक्टेयर कृषि फसल प्रभावित हुई है। राज्य में 15 जुलाई के बाद बाढ़ के कारण 13 जनहानियां तथा 57 पशुहानियां हुई हैं।