लाइफस्टाइल डेस्क। दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या छह करोड़ 31 लाख से भी अधिक हो गई है जबकि 14 लाख 66 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि इससे ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी चार करोड़ 36 लाख से अधिक है। भारत में भी अब तक 88 लाख से अधिक लोग कोरोना के संक्रमण से ठीक हो चुके हैं और ये आंकड़ा तेजी से बढ़ भी रहा है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर क्या कोरोना से ठीक होने के बाद खान-पान में बदलाव करने की जरूरत है?
‘ऐसा कुछ नहीं है, किसी को ठंडा या गरम पीने का मन है तो पी सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि खाने में पौष्टिक आहार हो। दूध, पनीर, अंडा, हरी सब्जी, दाल, सलाद आदि भरपूर हों। इसके अलावा अपनी दिनचर्या में व्यायाम जरूर शामिल करें।’
‘विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कुछ दिन के बाद कई लोग व्यायाम करना बंद कर देते हैं, ऐसा मत करें। इसे नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करें। इसे भूलना नहीं है। हर किसी को अपनी दिनचर्या में आधा घंटा शारीरिक अभ्यास के लिए वक्त जरूर निकालना चाहिए। कई लोग कोमोरबिडिटी वाले हैं, उन्हें घर के बाहर नहीं जाना है, ऐसे में उन्हें घर में प्राणायाम, योग, व्यायाम जरूर करना चाहिए। खाने से जितनी इम्यूनिटी बढ़ती है, उतनी ही इम्यूनिटी व्यायाम से बढ़ती है और शरीर मजबूत होता है।’
आज कल सभी संस्थान, ऑफिस और अस्पताल अपने कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान रख रहे हैं, सुरक्षा के लिए जो भी जरूरी किट हैं, उनका प्रयोग करें। मास्क हमेशा पहनें, फेस शील्ड है तो उसका भी जरूर प्रयोग करें। अस्पताल में या ऑफिस में हैं तो ग्लव्स पहन कर रहें और किसी भी आने-जाने वाले व्यक्ति से दूर से बात करें। ड्यूटी के बाद बाहर किसी से ज्यादा मिले जुलें नहीं।’
‘सार्वजनिक वाहनों में सीट पर बैठने पर संक्रमण की संभावना बनी रहती है। इसलिए जरूरी है कि अगर किसी को कोई भी लक्षण हैं या किसी को सामान्य सर्दी, जुकाम भी है तो वो यात्रा न करें। अगर सफर कर रहे हैं तो साथ में सैनिटाइजर जरूर रखें और हाथ साफ करते रहें। संभव हो तो सुरक्षित दूरी बनाकर बनाकर रखें और मास्क सबसे जरूरी है। घर आने पर कपड़ों को साबुन पानी से धो लें।’