Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

नीलकंठ भानु बने दुनिया के सबसे तेज ‘ह्यूमन कैलकुलेटर, भारत को दिलाया पहला गोल्ड

हैदराबाद के नीलकंठ भानु बने दुनिया के सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर यह महज 20 साल की उम्र में इन्होने मेंटल कैलकुलेशन में भारत का पहला गोल्ड जीता।

सुशांत केस में मानवाधिकार आयोग ने कूपर अस्पताल और मुंबई पुलिस को भेजा नोटिस

नीलकंठ का रुझान महज पांच साल की उम्र से हुआ। तब से इनका मन मैथ में लग गया। भानु कहते हैं कि गणित दिमाग का एक बड़ा खेल है और वो गणित के फोबिया को पूरी तरह मिटाना चाहते हैं। वो मेंटल मैथ्स की तुलना स्प्रिंटिंग से करते हैं। वो कहते हैं कि तेज दौड़ने वालों पर कोई सवाल नहीं उठाता, लेकिन मेंटल मैथ्स को लेकर हमेशा सवाल उठते हैं।

बचपन में भानु स्कूल से आने के बाद छह से सात घंटे तक प्रेक्टिस करते थे। लेकिन चैंपियनशिप जीतने और रिकॉर्ड बनाने के बाद से वो हर दिन इतनी फॉर्मल प्रैक्टिस नहीं करते हैं। इसके बजाए अब वो अलग तरह से प्रैक्टिस करते हैं, जिसके बारे में वो कहते हैं कि “मैं हर वक्त अंकों के बारे में सोचता रहता हूं।”

पलवल में दरिंदगी के हदें पार, 10 साल की मासूम से रेप, फिर फोड़ी आंखे

भानु कहते हैं कि “रिकॉर्ड और कैलकुलेशन बस ये बताने का तरीका है कि दुनिया को गणितज्ञों की जरूरत है और गणित हमारे लिए मजेदार होना चाहिए, लोग कहें कि ये विषय हमें बहुत पसंद है। मेरा असली मकसद है कि वो लोगों में गणित का डर खत्म कर दें।”

भानु ने अब तक चार विश्व रिकॉर्ड और कई अन्य उपलब्धियां अपने नाम की हैं। भानु के परिवार को अपने बेटे पर बहुत गर्व है। भानु ने बताया कि “जब मैंने अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता जीती तो मेरे अंकल ने कहा था कि मुझे इतना तेज बनना चाहिए, जितना आज तक कोई हो ही ना। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं सबसे तेज ह्यूमन कैलकुलेटर बन जाऊंगा।”

Exit mobile version