बिहार के खगड़िया जिला स्थित महेशखुंट थाना क्षेत्र में प्राइवेट क्लिनिक की लापरवाही से जच्चा और बच्चा दोनों की मौत हो गई। गर्भवती महिला संजू देवी का प्रसव के दौरान ऑपरेशन करना पड़ा। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने बच्चे का सिर ही काट दिया, जिससे जहां नवजात की मौत हो गई, वहीं प्रसूता महिला की भी मौत कुछ देर में हो गई।
इस घटना के बाद अस्पताल पर कार्रवाई की मांग को लेकर परिजनों ने महेशखुंट में एनएच 107 को जाम कर दिया।
घटना के बाद गोगरी एसडीओ सुभाष चन्द्र मंडल और डीएसपी पीके झा समेत कई अधिकारी पहुंचे और जाम कर रहे लोगों को समझा कर प्रदर्शन समाप्त करवाया। गोगरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कहना है घटना के बाद पीड़ित के आवेदन पर क्लिनिक को सील कर उसके संचालक समेत आधा दर्जन स्टाफ पर मामला दर्ज किया जा रहा है।
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घटना के संबंध मे बताया जाता है कि परबत्ता प्रखंड के महद्दीपुर गांव के अमित कुमार ने अपनी पत्नी संजू देवी को डिलिवरी कराने के लिए टाटा इमरजेन्सी हास्पीटल में भर्ती कराया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने ऑपरेशन के दौरान बच्चे का गला ही काट दिया। उसके बाद बच्चे को बाहर निकाला गया। इसी दौरान महिला की भी तबियत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उनकी भी मौत हो गई।
जच्चा-बच्चा की मौत की खबर जैसे ही परिवारवालों को मिली सभी लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। परिवारवालों के हंगामा करते देख अस्पताल संचालक और कर्मचारी क्लीनिक छोङकर फरार हो गये हैं। बता दें कि खगड़िया डीएम के निर्देश पर कई बार फर्जी नर्सिंग होम्स पर कार्रवाई हुई है, लेकिन जिला में दो दर्जन से अधिक बिना लाइसेंस के नर्सिंग होम खुले हुए हैं, जिसके खिलाफ स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।