काठमांडू। नेपाल (Nepal) में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने पूर्व पीएम झलनाथ खनाल के घर में आग लगा दी। घर में उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार थीं जो गंभीर रूप से जल गईं। उन्हें तुरंत कीर्तिपुर बर्न अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
सोमवार को हुए प्रदर्शनों में 19 युवाओं की मौत और 400 से ज्यादा लोगों के घायल होने के बाद अब यह आंदोलन जनाक्रोश में बदल चुका है।
सोशल मीडिया बैन और भ्रष्टाचार के खिलाफ ज़ेन-ज़ी आंदोलन ने ऐसा तूफ़ान खड़ा कर दिया है कि हालात बेकाबू हो चुके हैं। राजधानी और कई जिलों में उग्र प्रदर्शन के बीच सेना को मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को उनके आवासों से हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित निकालना पड़ा। संसद भवन की सुरक्षा के लिए सेना तैनात है और कई अफसरों को सैन्य बैरकों में शिफ्ट किया गया है।
PM ओली का इस्तीफ़ा
सोमवार को हुई हिंसा में पुलिस कार्रवाई के दौरान 19 लोगों की मौत हो गई और 350 से ज्यादा घायल हुए। गृहमंत्री रमेश लेखक ने गोलीबारी की जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही इस्तीफ़ा दे दिया था। आज कई और मंत्रियों ने पद छोड़ दिए। अंततः भारी दबाव और सर्वदलीय बैठक बुलाने की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को भी पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा।