मुंबई। मुम्बई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत केस में रिया चक्रवर्ती को कभी क्लीन चिट दी ही नहीं थी। वह सस्पेक्ट बनी हुई थीं और इसे लेकर जांच जारी भी थी।
पुलिस के सूत्रों ने कहा कि लेकिन इन्वेस्टिगेशन की हर चीज सबके सामने जाहिर करना जरूरी नहीं था। सूत्रों के मुताबिक डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे के जो कॉल रिकॉर्ड मीडिया में गलत तरीके से बताए जा रहे हैं। वह इसी इन्वेस्टिगेशन से जुड़े हुए हैं।
इसी इन्वेस्टिगेशन के तहत रिया के बयान दर्ज किए जाने के बाद भी उनसे पूछताछ जारी थी और रिया को जांच से जुड़ी अहम जानकारियों के लिए मुंबई पुलिस ने एक मेल भी किया था। जिसमें सुशांत की आत्महत्या से जुड़ी जानकारी रिया से मांगी गई थी।
मुम्बई पुलिस के सूत्रों की माने सुशांत केस के इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे के जिन 4 कॉल्स और 1 मैसेज को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे है। वह असल मे रिया के बयान, मेल और जांच से जुड़े है। 19 जून 2020 को रिया ने मुंबई पुलिस के पास अपना बयान दर्ज करवाया था।
21 जून 2020 को डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने रिया चक्रबर्ती को पहली बार कॉल किया और पूछा था कि जिस तरह से नेपोटिज्म की बात अलग-अलग जगहों से सामने आ रही है, उसमें कितनी सच्चाई है… क्या सुशान्त वास्तव में नेपोटिज्म का शिकार थे? क्या सुशान्त और रिया में इस चीज को लेकर बातचीत हुई या नहीं? इस कॉल में रिया ने डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे को बताया कि वह ट्रॉमा में है उन्हें कुछ याद नहीं की ऐसा कुछ हुआ।
डीसीपी ने पुलिस का आधिकारिक ईमेल शेयर कर जानकारी देने को कहा था
जिसके बाद डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने रिया को मैसेज में मुम्बई पुलिस के जोन-9 का आधिकारिक ईमेल शेयर किया था और रिया से कहा था कि हो सकता है कि आप ट्रॉमा में हों। लेकिन आपके पास कोई जानकारी हो, जो आपने बयान में दर्ज नहीं करवाई हो, या फिर आप जानकारी साझा करने में हिचकिचा रही हों। तो इस मेल आईडी पर दे दें।
2 दिनों तक जब रिया ने कोई जवाब नही दिया तो डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे ने उन्हें वापस कॉल कर जानकारी देने के लिए कहा। बाद में रिया ने मुंबई पुलिस को एक मेल किया जिसमें सुशांत से जुड़ी जानकारी साझा की गई थी। मुम्बई सूत्रों के मुताबिक रिया को लेकर इस पूरे मामले में उनकी पैरलल इन्वेस्टिगेशन जारी थी।
मामला SC में विचाराधीन, नहीं साझा कर सकते मेल की जानकारी: पुलिस
मुम्बई पुलिस के सूत्रों की माने तो रिया के मुंबई पुलिस को मेल करने के बाद मुम्बई पुलिस ने अलग से रिया को मेल में दी गई जानकारी के आधार पर पूछताछ के लिए जोन-8 के डीसीपी ऑफिस में बुलाकर दुबारा पूछताछ भी की थी। रिया से मुम्बई पुलिस लगातार संपर्क में भी थी। हालांकि रिया की ओर से मुम्बई पुलिस को मेल में क्या जानकारी साझा की गई इसका खुलासा मुम्बई पुलिस नहीं करना चाहती है और इसके लिए मामले के सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन होने का हवाला दिया गया है।