लखनऊ। मेरठ और बागपत में जहरीली शराब के सेवन से गत दिनों नौ लोगों की मौत हो गई है। इस जनहानि से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। उन्होंने आबकारी विभाग और पुलिस को विशेष अभियान चलाकर मेरठ, बागपत, सहारनपुर, शामली, कुशीनगर, देवरिया, चंदौली और बलिया जिले में अवैध शराब की बिक्री पर अविलंब रोक लगाए जाने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने बाहर के राज्यों की शराब के प्रदेश की सीमा में प्रवेश रोकने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उक्त आशय की जानकारी देते हुए अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जरूरत पड़ने पर जहरीली शराब बेचने वालों पर एनएसए लगाया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वांचल के कुछ जिलों में जहरीली शराब से दर्जनाधिक लोगों की मौत हो गई थी। मेरठ व बागपत जिले में पिछले 36 घंटों में नौ लोगों की शराब पीने से मौत हो चुकी है जबकि कई अन्य की हालत गंभीर है। ग्रामीणों का आरोप है कि सभी की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है। बागपत जिले के चमरावल गांव में लोगों की जहरीली शराब पीने से मौत हो चुकी है जबकि मेरठ जिले में भी पांच लोगों श्यामलाल, लामू, शिवकुमार ,बल्लू और सुकन की मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।
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कुशीनगर जिले के तरयासुजान थाने के ग्राम जवही दयाल में जहरीली शराब पीने से मंगलवार रात तीन मजदूरों देवा निषाद (65) पुत्र किशुनी, हीरालाल (35) पुत्र सरका निषाद, अवध (50) पुत्र राधा किशुन की मौत हो गई। ग्रामीणों ने अवैध शराब का धंधा बंद कराने के लिए बुधवार सुबह प्रदर्शन किया था। कुशीनगर जिले के तुर्कपट्टी थाना इलाके के छहू गांव में मंगलवार को 45 वर्षीय ग्रामीण की मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, यह मौत जहरीली शराब पीने से हुई है।
हालांकि, अफसरों ने इस बात से इनकार किया था और इससे नाराज लोगों ने प्रदर्शन किया था। चंदौली, बलिया और देवरिया में भी जहरीली शराब से लोगों के मरने से लोगों में नाराजगी है। गौरतलब है कि गत वर्ष 2019 में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर व बरेली जिले में जहरीली शराब के सेवन से 70 लोगों की मौत हो गई थी। यह मामला शासन तक पहुंच वुका है। मुख्यमंत्री ने हरियाणा आदि अन्य राज्यों की शराब किसी भी रूप में उत्तर प्रदेश की सीमा में न पहुंचने देने के भी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।