लद्दाख। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर इस साल मई जून से शुरू हुआ गतिरोध फिलहाल किसी नतीजे पर पहुंचता नहीं दिख रहा है। राजनाथ ने कहा कि अगर कोई देश विस्तारवाद की नीति अपनाता है, तो भारत के पास उतनी ताकत है कि वो उसे अपनी जमीन में रुकने से रोक सके। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने कहा कि भले ही चीन से अभी तक की बताचीत में कोई सार्थक परिणाम न मिले हों, लेकिन सैन्य स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी।
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अभी यथास्थिति बनी हुई है लेकिन वो भी सही नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा कि जब तक एलएसी पर यथा स्थिति बरकरार है, तब तक हम अपनी सैन्य स्थिति में कमी नहीं करने जा रहे हैं। हमारी सेना आगे भी पूरी मुस्तैदी के साथ एलएसी पर तैनात रहेगी। राजनाथ बोले कि भारत-चीन में लंबे वक्त से सीमा को लेकर विवाद है, ऐसे में अच्छा होता ये पहले ही खत्म होते। अगर ये खत्म हो गया होता, तो आज की स्थिति नहीं होती। उन्होंने कहा कि हमें अपनी सेना के शौर्य पर पूरा भरोसा है और इसीलिए हमने अपनी सेना के हाथ बांधे नहीं हैं।
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समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं ने कहा कि भले ही चीन से अभी तक की बताचीत में कोई सार्थक परिणाम न मिले हों, लेकिन सैन्य स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी रहेगी। अभी यथास्थिति बनी हुई है लेकिन वो भी सही नहीं है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि तमाम राजनयिक और सैन्य स्तर की बातचीत के बावजूद इस मसले में कोई सार्थक परिणाम नहीं आाए हैं और पूर्वी लद्दाख में यथा स्थिति बरकरार है।
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राजनाथ सिंह ने एक बार फिर कहा कि हम अपनी जमीन पर किसी को कब्जा नहीं करने देंगे। राजनाथ ने कहा कि चीन सीमा की अपनी ओर लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है, लेकिन भारत भी अपनी सेना और नागरिकों के लिए काम कर रहा है। हम किसी पर आक्रमण करने के लिए नहीं बल्कि अपनी सुविधा के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसके लिए सीमा पर सेना की तैनाती में कोई कमी नहीं आएगी।