मिंस्क। मशहूर मानवाधिकार कार्यकर्ता और साल 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता एलेस बियालियात्स्की ( Ales Bialiatsky) को बेलारूस की स्थानीय अदालत ने 10 साल कैद की सजा सुनाई है। बियालियात्स्की को यह सजा लोक व्यवस्था बिगाड़ने वाली गतिविधियां करने, वित्तपोषण करने और तस्करी के मामले में दी गई है। राजधानी मिंस्क के लेनिनस्की जिला अदालत ने 60 वर्षीय बियालियात्स्की पर 65 हजार यूएस डॉलर का जुर्माना भी लगाया है।
एलेस ( Ales Bialiatsky) (60) को मानवाधिकारों को बढ़ावा देने के लिए उनके कार्यों की वजह से पिछले साल अक्टूबर में शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उनके समर्थकों का कहना है कि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की सरकार उन्हें जबरदस्ती चुप कराना चाहती है।
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बता दें कि एलेन ( Ales Bialiatsky) को 2021 में भी गिरफ्तार किया गया था। वह और उनके तीन और सहयोगियों पर प्रोटेस्ट को फाइनेंस करने और पैसों की तस्करी का आरोप लगाया गया था।
बेलारूस की सरकारी न्यूज एजेंसी ने पुष्टि की है कि अदालत ने एलेन के साथ उनके तीन और साथियों को भी जेल भेजा गया है। हालांकि, एलेन ने उन पर लगाए गए आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि उन पर लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
एलेस बियालियात्स्की को लोकतंत्र समर्थक माना जाता है और यही वजह है कि वह बेलारूस की तानाशाही एलेक्जेंडर लुकाशेंको सरकार के निशाने पर रहते हैं। बियालियात्स्की ने 1980 से अब तक बेलारूस में मानवाधिकार उल्लंघन के मामलों को दर्ज किया है। साल 2020 में जब बेलारूस में लुकाशेंकों सरकार के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन हुए थे, उस वक्त भी बियालियात्स्की को गिरफ्तार किया गया था।