ढाका। पूर्व पीएम शेख हसीना (Sheikh Hasina) की सत्ता से बेदखली के बाद बांग्लादेश में राजनीतिक उथल पुथल के दौर जारी है। इस बीच पाकिस्तान की समर्थक रहीं बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया (Khaleda Zia) ने भी मंगलवार को बांग्लादेश छोड़ दिया है। खालिदा जिया की विदेश यात्रा कई सवाल खड़े कर रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बांग्लादेश की तीन बार प्रधानमंत्री रह चुकी खालिदा जिया (Khaleda Zia) मंगलवार को लंदन के लिए रवाना हुईं हैं। देश की सत्ता पर हावी रही दो नेताओं के बांग्लादेश छोड़ने के बाद मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) के नेतृत्व वाली सरकार के इरादों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मोहम्मद यूनुस इस साल के अंत या अगले साल की शुरुआत में चुनाव करवाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, खालिदा जिया की पार्टी (बीएनपी) का कहना है कि उनकी नेता की यात्रा मेडिकल कारणों से हो रही है और इसके राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाए।
बताया जा रहा है कि खालिदा जिया के लिए मंगलवार को कतर के आमीर शेख तमीम बिन हमद बिन खलीफा अल थानी ने विशेष एयर एंबुलेंस भेजी थी। जिया के गुलशन इलाके स्थित आवास के बाहर हजारों की संख्या में समर्थक पहुंचे थे। जिया के काफिले को एयरपोर्ट तक 10 किलोमीटर का सफर तय करने में 3 घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया था।
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बता दें कि शेख हसीना के कार्यकाल में खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के दो मामलों में 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। उनके समर्थक इस केस को राजनीति से प्रेरित बताते हैं। लेकिन, छात्रों के विद्रोह के बाद शेख हसीना के देश छोड़ने बाद मोहम्मद यूनुस ने सत्ता संभालते ही एक मामले में उन्हें बरी कर दिया गया, जबकि दूसरे केस की सुनवाई मंगलवार को हुई।
खालिदा जिया इस वक्त लिवर सिरोसिस, दिल की बीमारी और किडनी की समस्या से ग्रसित हैं। शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान ही खालिदा जिया को जमानत मिल गई थी और बांग्लादेश में उनका इलाज चल रहा था। इस दौरान खालिदा जिया की ओर से उन्हें विदेश में इलाज करवाने के लिए कई बार अनुमति मांगी थी, लेकिन शेख हसीना सरकार ने उन्हें विदेश जाने की अनुमति नहीं दी थी।