ग्रेटर नोएडा और नोएडा में रहने वालों को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। 15 अगस्त से नोएडा से ग्रेटर नोएडा और ग्रेटर नोएडा से नोएडा आने-जाने वालों को अब ट्रैफिक जाम में नहीं फंसना होगा। ट्रैफिक में फंसने के चलते अब उनका वक्त भी खराब नहीं होगा।
बॉटेनिकल गार्डन से लेकर पर्थला गोल चक्कर तक आराम से फर्राटा भर सकेंगे। जल्द ही सेक्टर-71 का अंडरपास आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसके बाद से सेक्टर-71 चौक सिग्नल फ्री हो जाएगा। अभी मेट्रो स्टेशन शुरू होने के बाद से सेक्टर-71 चौक पर ट्रैफिक खासा बढ़ गया है।
जानकारी के अनुसार, एक साल पहले जुलाई 2019 में सेक्टर-71 अंडरपास का काम शुरू हो गया था। इसके बाद पहले कोरोना-लॉकडाउन के चलते तो फिर मेट्रो पिलर का काम बीच में आ जाने के चलते अंडरपास का काम रुक गया। इसी वजह से अंडरपास देरी से शुरू हो रहा है। अब मेट्रो रेल प्रबंधन से अंडरपास के लिए एनओसी मिल गई है। अंडरपास की लागत 52.68 करोड़ रुपये है। अंडरपास के दोनों ओर आने-जाने के लिए तीन-तीन लेन होंगी। अंडरपास की लंबाई करीब 680 मीटर है।
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अंडरपास से इन रूट्स पर होगा फायदा
मेट्रो लाइन शुरू होने के बाद से नोएडा के सेक्टर-71 चौक पर यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। मेट्रो से उतरने वाले भी सेक्टर-53, 61, 71, 72, 73, 119, 120, 121, 122, पर्थला, सर्फाबाद, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, गौड़ सिटी, छिजारसी, शाहबेरी, क्रॉसिंग रिपब्लिक, बिसरख और सूरजपुर की ओर जाने वाले छोटे-बड़े किसी न किसी वाहन का इस्तेमाल करते हैं। इसके चलते ट्रैफिक काफी बढ़ गया है।
अंडरपास का निर्माण सिटी सेंटर और ग्रेनो वेस्ट को जोड़ने वाली सड़क पर किया गया है. इसके बनने से सिटी सेंटर से ग्रेनो वेस्ट के बीच अंडरपास से और एनएच-24 से भंगेल के बीच अंडरपास के ऊपर से बेरोकटोक सफर किया जा सकेगा।
नोएडा के अलावा ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, हरियाणा और राजस्थान के बीच आवाजाही करने वाले हजारों वाहन रोजाना इसी चौराहे का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही ग्रेनो वेस्ट और ग्रेटर नोएडा को भी यह चौराहा नोएडा से जोड़ता है। अंडरपास निर्माण के दौरान भंगेल और सेक्टर-76 की ओर से सेक्टर-60 ओर 61 की ओर जाने वाले वाहन चौराहे से बाईं ओर मुड़कर (होशियारपुर की ओर) यू-टर्न ले रहे थे।