उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है।
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि राज्य में हाॅटस्पाट के क्षेत्रों में कमी आ रही है तथा कन्टेनमेंट जोन में लगातार गिरावट हो रही है। अब प्रदेश में लगभग 15,706 कन्टेनमेंट जोन है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में संक्रमण की संख्या कम हो रही है। उन्होंने बताया कि मास्क पहनना अनिवार्य है इसके लिए पुलिस को सख्त निर्देश दिये है जो भी मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे है उनका चालान किया जाए।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग संक्रमित होने के बाद देरी से सूचना दे रहे है, जिससे ईलाज में अत्यधिक जटिलताओं का सामान करना पड़ता है। समय पर डाॅक्टर परामर्श व तत्काल जांच कराए। कोरोना की वजह से जो आर्थिक गतिविधियाॅ प्रभावित हुयी थी। वह पुनः संचालित कराने का प्रयास हो रहा है। बैंको के माध्यम से आत्मनिर्भर पैकेज में ईकाईयों को ऋण की सुविधा उपलब्ध हो रही है।
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श्री सहगल ने बताया कि लघु, सूक्ष्म, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 8.18 लाख इकाईयां क्रियाशील हैं जिसमें 51.78 लाख श्रमिक कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार/स्वरोजगार सृजन अभियान में 14 मई से अब तक 4.20 लाख नई एमएसएमई इकाईयों को 14,071 करोड़़ रूपये का ऋण वितरण किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 4.34 लाख इकाईयों को आत्मनिर्भर पैकेज के तहतत 10.560 करोड़ रूपये के ऋण स्वीकृत कर वितरित किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में स्थापित औद्योगिक इकाईयों (जहां कर्मचारियों की संख्या 20 से अधिक है) के परिसर में 41,832 कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना की जा चुकी है। इनमें 38,907 आक्सीमीटर तथा 39,456 थर्मोमीटर उपलब्ध हैं। प्रदेश में 63,162 काॅमन सर्विस सेन्टर (जन सुविधा केन्द्र) क्रियाशील हैं, जिनमें 1,26,324 व्यक्ति कार्यरत है।
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श्री सहगल ने बताया कि किसानों के लिए सरकार विशेष प्रयास कर रही है। धान क्रय का कार्य बहुत तेजी से चल रहा हैं। प्रदेश में 4000 धान क्रय केन्द्र स्थापित किये गये है। प्रदेश सरकार द्वारा खरीफ क्रय वर्ष 2020-21 के अन्तर्गत गत वर्ष के सापेक्ष इस वर्ष अब तक किसानों से लगभग 10 गुना से ज्यादा धान की खरीद सुनिश्चित की गयी है। किसानों को जागरूक किया जाए कि अपना धान सूखाकर व साफ कर क्रय केन्द्रों पर लाये।