हर वर्ष चैत्र शुक्ल की पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का जन्मोत्सव (Hanuman Jayanti) मनाया जाता है। इस पावन दिन हनुमान जी ने माता अंजनी की कोख से जन्म लिया था।इस साल 12 अप्रैल को हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। हनुमान जी इस कलयुग में जागृत देव हैं। हनुमान जी भगवान श्री राम के परम भक्त हैं।
हनुमान जी (Hanuman) को प्रसन्न करने के लिए उन्हें चोला चढ़ाया जाता है। हनुमान जी को चोला चढ़ाने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इस दिन का विशेष महत्व होता है। इस दिन विधि- विधान से हनुमान जी (Hanuman) की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। हनुमान जी को चोला चढ़ाने से आरोग्य का वरदान मिलता है। आइए जानते हैं चोला चढ़ाने की विधि और सामग्री की पूरी लिस्ट…
चोला चढ़ाने की विधि…
>> सबसे पहले मंदिर में घी की ज्योत प्रज्वलित करें।
>> हनुमान जी का गंगा जल से अभिषेक करें।
>> अभिषेक करने के बाद एक साफ वस्त्र से हनुमान जी की प्रतिमा को पोछें।
>> सिंदूर और घी या चमेली के तेल को मिला लें।
>> अब हनुमान जी को चोला चढ़ाएं।
>> हनुमान जी को इत्र भी लगाएं।
>> सबसे पहले हनुमान जी के बाएं पांव में चोला चढ़ाएं।
>> हनुमान जी को चोला चढ़ाने के बाद चांदी या सोने का वर्क भी चढ़ा दें।
>> हनुमान जी को जनेऊ पहनाएं।
>> जनेऊ पहनाने के बाद हनुमान जी को साफ वस्त्र पहनाएं।
>> चोला चढ़ाने के बाद हनुमान जी को भोग लगाएं।
>> हनुमान जी की आरती भी अवश्य करें।
चोला चढ़ाने के लिए सामग्री
सिंदूर
घी या चमेली का तेल
चांदी या सोने का वर्क
वस्त्र
जनेऊ
इत्र
हनुमान जी (Hanuman) को चोला चढ़ाते समय करें ये उपाय-
हनुमान जी (Hanuman) को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय है भगवान श्री राम के नाम का सुमिरन। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति नित्य राम नाम का सुमिरन करता है उस पर हनुमान जी की विशेष कृपा बनी रहती है। चोला चढ़ाते समय भी आप श्री राम जय राम जय जय राम या सिया राम जय राम जय जय राम का सुमिरन कर सकते हैं। राम नाम का सुमिरन करने में भी कोई विशेष नियम नहीं होता है। आप कभी भी कहीं भी राम नाम का सुमिरन कर सकते हैं।