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स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव को लेकर किया यह ऐलान

elections in Jammu and Kashmir

जम्मू-कश्मीर में चुनाव (elections in Jammu and Kashmir)

भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की सच्ची ताकत स्थानीय इकाइयों में है। हम सभी के लिए गर्व की बात है कि जम्मू-कश्मीर में स्थानीय इकाइयों के जनप्रतिनिधि सक्रियता और संवेदनशीलता के साथ विकास के नए युग को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम के भाषण में जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव होने के संकेत भी मिले।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि ये एक साल जम्मू कश्मीर की एक नई विकास यात्रा का साल है। जम्मू-कश्मीर को 370 से आजादी एक साल पूर्व में मिल चुकी है। ये एक साल जम्मू कश्मीर में महिलाओं, दलितों को मिले अधिकारों का साल है। ये जम्मू कश्मीर में शरणार्थियों के गरिमापूर्ण जीवन का भी एक साल है।

पीएम मोदी ने कहा कि विकास के लाभ को गांव और गरीब तक पहुंचाने का काम हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में आयुष्मान मिशन को घर-घर पहुंचाया गया है। ऐसी ही तमाम विकास योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम किया जा रहा है।

लोकतंत्र की मजबूती और सच्चाई की ताकत स्थानीय इकाइयों में है। जम्मू-कश्मीर में स्थानीय पंचायत और इकाइयां संवेदनशीलता के साथ विकास को आगे बढ़ा रही हैं। स्थानीय इकाइयां विकास यात्रा की सक्रियता में भागीदारी निभा रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने के लिए देश प्रतिबद्ध भी है और प्रयासरत भी है। हम भी चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर को अपना विधायक मिले, अपने मंत्री मिलें और अपनी सरकार मिले।

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सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में डिलिमिटेशन यानी परिसीमन का काम चल रहा है। परिसीमन का काम पूरा होने के बाद वहां नई ऊर्जा के साथ चुनाव कराए जाएंगे। इसके लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते वर्ष लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाकर, वहां के लोगों की बरसों पुरानी मांग को पूरा किया गया है। हिमालय की ऊंचाइयों में बसा लद्दाख आज विकास की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए आगे बढ़ रहा है।

जिस प्रकार से सिक्किम ने ऑर्गैनिक स्टेट के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन न्यूट्रल क्षेत्र के तौर पर बनाए, इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है।

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