आगरा। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) दस्ते ने आगरा में हीरे के सस्ते आभूषण दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक शातिर बदमाश गिरफ्तार (Arrested) किया है।
एसटीएफ (STF) की ओर से शुक्रवार को दी गयी जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से ठगे गये 1.20 करोड़ रुपये कीमत के आभूषण भी बरामद कर लिये गये। एसटीएफ के बयान के अनुसार न्यू आगरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत खंदारी के सिद्धार्थ अपार्टमेंट का रहने वाला शातिर बदमाश पकड़ा गया है। एसटीएफ ने उसे गुरुवार को देर रात गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार, अभियुक्त दीपेश बोहरा हीरे के आभूषण सस्ते और अच्छे दिलवाने के नाम पर बड़े घरों की महिलाओं को जाल में फंसा लेता था। भरोसा जीतने के बाद वह उन्हें करोड़ों की चपत लगा देता था। कई लोगों से ठगी के बाद उसने रकम या आभूषण वापस कर समझौता कर लिया। पिछले दिनों उसने करोड़ों रुपये के हीरा आभूषणों की ठगी की थी।
अभियुक्त ने एसटीएफ को बताया कि वर्ष 2002 में बीकॉम करने के बाद वह हीरा तराशी का काम सीखने के लिये मुंबई गया था। कुछ दिनों तक मुंबई में रहकर उसने कहीरा कारोबारियों से संपर्क बना लिये। इसके बाद आगरा आकर वह हीरे के व्यापार में दलाली करने लगा। उसने बड़े घरों की कई महिलाओं को हीरे के हार दिखाकर सस्ते दामों में देने को कहा। इस तरह उसका काम बढ़ता गया। भरोसा जीतने के बाद उसने कई महिलाओं और व्यापारियों को करोड़ों का चूना लगा दिया था।
गिरफ्तार अभियुक्त दीपेश ने बताया कि वह अपनी फर्म की आड़ में संभ्रान्त और बड़े ज्वैलरों से पुश्तैनी एवं नये जवाहरात बेचने तथा बदलने के नाम पर आभूषण ले लेता था। इसके बाद आभूषणों में परिवर्तन कर वह हूबहू नकली आभूषण (डुप्लीकेट ज्वैलरी) उनको लौटाकर उनकी मूल ज्वैलरी को मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात एवं महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में मंहगे दामों में बेचने का काम करने लगा। पुलिस के मुताबिक जिन लोगों से वह पुराने पुश्तैनी जवाहरात लेता, उन्हें चेक दे देता है, जो क्लीयर नहीं होते है। इसके कई बैंकों में खाते हैं तथा इसकी एक फर्म चक्रेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के नाम से पंजीकृत है।
उसके खिलाफ पूर्व में हरीपर्वत, ताजगंज और न्यू आगरा थानों में मुकदमे दर्ज हुए थे। मगर, अभी तक वह जेल नहीं गया। एसटीएफ को टास्क मिलने के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई है।